Delhi Air Pollution दिल्ली की आबोहवा अब सांस लेने लायक नहीं रही है। राजधानी की सुबह अब धूप की जगह जहरीले धुएं की एक मोटी चादर के साथ हो रही है। लगातार सातवें दिन दिल्ली की हवा ‘बहुत खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।
प्रदूषण का स्तर इतना भयानक हो चुका है कि सड़कों पर दूर तक देख पाना भी मुश्किल है। हवा में घुला यह जहरीला मिश्रण अब सीधे लोगों की सेहत पर हमला कर रहा है, जिसके चलते सरकार और प्रशासन को आपातकालीन फैसले लेने पड़े हैं।
400 के पार पहुंचा प्रदूषण का मीटर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े डराने वाले हैं। गुरुवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई (AQI) 391 दर्ज किया गया, जो गंभीर स्थिति के बेहद करीब है। लेकिन कई इलाकों में हालात इससे कहीं ज्यादा बदतर हैं।
राजधानी के 15 से अधिक मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 400 के पार दर्ज किया गया। वजीरपुर में सबसे ज्यादा 442, मुंडका में 435, जहांगीरपुरी में 432, बवाना में 428, अशोक विहार में 413 और आनंद विहार में 407 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। यह आंकड़े बताते हैं कि हवा ‘खतरनाक’ दायरे में पहुंच चुकी है।
बच्चों को बचाने के लिए खेल पर रोक
सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद दिल्ली सरकार ने बच्चों की सेहत को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है। कोर्ट ने कहा था कि ऐसी जहरीली हवा में बच्चों का खुले मैदान में खेलना उनकी जान को खतरे में डालने जैसा है।
इसके बाद, सरकार ने नवंबर और दिसंबर महीने के लिए सभी स्कूलों और कॉलेजों में खेल गतिविधियों (Sports Activities) पर पूरी तरह रोक लगा दी है। फिलहाल, ज्यादातर स्कूलों में पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में कराई जा रही है और माता-पिता भी बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं।
क्रिकेट मैच दिल्ली से मुंबई शिफ्ट
दिल्ली के प्रदूषण का असर अब खेलों के बड़े आयोजनों पर भी दिखने लगा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए अंडर-23 मेन्स वन डे टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों को दिल्ली से हटाने का फैसला किया है।
अब ये मैच दिल्ली की जगह मुंबई में खेले जाएंगे। बीसीसीआई ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को 25 नवंबर से 1 दिसंबर तक इन मैचों की मेजबानी के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
घर में भी सुरक्षित नहीं लोग
राजधानी अब ऐसे मोड़ पर है जहां मास्क पहनना कोई विकल्प नहीं, बल्कि मजबूरी बन गया है। डॉक्टरों और विशेषज्ञों के मुताबिक, अब सुबह की सैर (Morning Walk) सेहत बनाने के बजाय बिगाड़ रही है। बच्चे, बुजुर्ग और दमा के मरीज इस जहरीली हवा से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
हालात इतने खराब हैं कि लोग अपने घरों के अंदर भी एयर प्यूरीफायर लगाने को मजबूर हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जो दिखाते हैं कि घर के अंदर भी हवा की गुणवत्ता कितनी खराब हो चुकी है।
बदले जाएंगे GRAP के नियम?
सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणियों के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) हरकत में आया है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के नियमों में बदलाव की तैयारी शुरू कर दी गई है।
माना जा रहा है कि जो सख्त कदम पहले बेहद गंभीर स्थिति होने पर उठाए जाते थे, अब उन्हें कम AQI पर ही लागू कर दिया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार हालात पिछले वर्षों के मुकाबले ज्यादा तेजी से बिगड़ रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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दिल्ली के वजीरपुर, मुंडका और जहांगीरपुरी जैसे इलाकों में AQI 400 के खतरनाक स्तर को पार कर गया है।
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दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के चलते स्कूलों और कॉलेजों में नवंबर-दिसंबर के लिए खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी है।
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बीसीसीआई ने अंडर-23 नॉकआउट क्रिकेट मैचों को दिल्ली से मुंबई शिफ्ट कर दिया है।
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सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद GRAP के नियमों को और कड़ा करने पर विचार किया जा रहा है।






