Mahila Samriddhi Yojana: दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार ने महिला समृद्धि योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने ₹2500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। हालांकि, हर महिला को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा, बल्कि इसके लिए कई सख्त शर्तें रखी गई हैं।
किन महिलाओं को मिलेगा इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ गरीबी रेखा (BPL) से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को ही मिलेगा। इसके लिए BPL कार्ड का होना अनिवार्य होगा। सरकार के अनुसार, दिल्ली में करीब 17-18 लाख महिलाएं इस योजना के दायरे में आएंगी।
1. आमदनी वाली शर्त
महिला समृद्धि योजना का लाभ केवल उन परिवारों को मिलेगा जिनकी सालाना आय ₹2.50 लाख से अधिक नहीं है। यह सीमा मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और ओडिशा (Odisha) की तर्ज पर तय की गई है।
दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय ₹4.61 लाख सालाना है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस योजना का लाभ बहुत सीमित परिवारों तक ही पहुंचेगा।
2. परिवार की केवल एक महिला को मिलेगा लाभ
सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि एक ही परिवार की एक महिला को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसका मकसद ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुंचाना है और साथ ही सरकार पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को सीमित रखना है।
3. योजना के लिए अन्य जरूरी शर्तें
- आयु सीमा: केवल 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- अन्य सरकारी पेंशनधारी बाहर: विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, सरकारी पेंशन या अन्य किसी योजना का लाभ ले रही महिलाओं को इस योजना से बाहर रखा जाएगा।
- आधार कार्ड से भी जरूरी डॉक्यूमेंट: सरकार योजना के लिए आधार कार्ड के साथ BPL कार्ड या अन्य गरीबी रेखा से जुड़े प्रमाण पत्रों की अनिवार्यता तय कर सकती है।
महिला समृद्धि योजना पर सरकार की चुनौती
इस योजना को लागू करने से दिल्ली सरकार पर भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा। दिल्ली का वित्तीय बजट पहले से ही चुनौतीपूर्ण स्थिति में है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस योजना को किस तरह से लागू करती है और कितनी महिलाओं को इसका वास्तविक लाभ मिल पाता है।