Delhi Education Crisis : फुलेरा की पंचायत वाली भाजपा सरकार ने विदेश में ट्रेनिंग ले चुके दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को लावारिश कुत्ते गिनने का आदेश देकर दिल्लीवालों को चौंका दिया है। आम आदमी पार्टी ने भी रेखा गुप्ता सरकार के इस अजीबो गरीब फरमान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इस आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग की है। “आप” के वरिष्ठ नेता और बुराड़ी से विधायक संजीव झा का कहना है कि इसी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार थी, जो सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विदेश भेज कर ट्रेनिंग कराती थी और अब रेखा गुप्ता की सरकार है, जो टीचर्स की ट्रेनिंग तो दूर, उल्टा उन्हें कुत्ता गिनने जैसे कामों में लगा रही है। इससे पता चलता है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता क्या है और बच्चों के भविष्य के प्रति सरकार का रवैया क्या है?
सोमवार को विधायक संजीव झा ने कहा कि आज दिल्ली सरकार ने एक अजीबो-गरीब आदेश निकाला है, जो यह बताता है कि एक आईआईटी पास मुख्यमंत्री और अन्य मुख्यमंत्री में क्या फर्क होता है। उन्होंने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने अपनी 10 साल की सरकार में दिल्ली के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा। वे वहां से प्रशिक्षित होकर आए और दिल्ली के स्कूलों में पढ़ाया। इसका परिणाम यह हुआ कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों से हजारों बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर और प्रतिभाशाली छात्र बनकर निकले। इसके विपरीत, मौजूदा भाजपा सरकार ने आदेश जारी किया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब लावारिस कुत्तों की गिनती करेंगे।
संजीव झा ने कहा कि शिक्षक का पद बहुत सम्मान का होता है और यह उनके सम्मान की तौहीन और अपमान है। स्ट्रीट डॉग की गिनती तो कोई भी कर सकता है। यदि शिक्षकों को इस काम में लगा दिया जाएगा, तो वे बच्चों को कब और कैसे पढ़ाएंगे?उन्होंने कहा कि इस फैसले से साफ है कि रेखा गुप्ता सरकार की मंशा कुछ और है। पिछले 10 सालों में अरविंद केजरीवाल ने ऐसे सरकारी स्कूल बनाए थे कि लोग प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में आ रहे थे। अब भाजपा सरकार की कोशिश है कि सरकारी स्कूलों को बर्बाद कर दिया जाए ताकि वहां पढ़ने वाले बच्चे मजबूर होकर फिर से प्राइवेट स्कूलों में जाएं। इससे इनके दोस्तों का धंधा चलेगा और इन्हें कमीशन मिलेगा। रेखा गुप्ता सरकार ने दिल्ली का बेड़ा गर्क कर दिया है।
संजीव झा ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि शिक्षक संघ भी इसका विरोध कर रहा है और आम आदमी पार्टी उनके विरोध के साथ खड़ी है। दिल्ली के शिक्षकों का यह अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री से मांग है कि इस आदेश को तुरंत वापस लिया जाए ताकि शिक्षक सम्मान के साथ बच्चों को पढ़ा सकें और उनका भविष्य बना सकें। यह काम किसी और से कराया जा सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली की भाजपा सरकार शिक्षकों का अपमान नहीं करेगी और इस आदेश को वापस लेगी।






