Delhi Blast : दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए कार ब्लास्ट मामले में हर रोज नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसियों के हाथ आतंकी डॉ. उमर के 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज लगे हैं, जो उसकी पूरी हरकत को बयां कर रहे हैं। ताजा फुटेज में उमर विस्फोटक से लदी कार को फरीदाबाद से दिल्ली लाते हुए बदरपुर बॉर्डर टोल पर देखा गया है।
इन फुटेज से यह साफ हो गया है कि आतंकी उमर मौत का सामान लेकर दिल्ली की सड़कों पर बेखौफ घूमता रहा।
विस्फोट से पहले उसे दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक कनॉट प्लेस में भी देखा गया, जो संसद भवन से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर है। यह फुटेज 10 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 5 मिनट का है।
आतंकी उमर का ‘रूट’ हुआ डिकोड
जांच एजेंसियों ने आतंकी डॉ. उमर के फरीदाबाद से लाल किले तक के पूरे रास्ते का लगभग पता लगा लिया है। उसके 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज मिले हैं।
ताजा फुटेज बदरपुर बॉर्डर टोल का है, जहां से उमर की i20 कार दिल्ली में दाखिल हुई थी। फुटेज में उमर मास्क पहने कार ड्राइव करता दिख रहा है और कार की पिछली सीट पर एक बड़ा बैग साफ नजर आ रहा है।
पहले यह अंदेशा था कि विस्फोटक कार की डिक्की में हो सकता है, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि पिछली सीट पर रखे बैग में ही IED मौजूद था।
कनॉट प्लेस और तुर्कमान गेट भी पहुंचा
दिल्ली में दाखिल होने के बाद उमर विस्फोटक से भरी कार लेकर कई इलाकों में घूमा। उसे 10 नवंबर को दोपहर 2:05 बजे कनॉट प्लेस के आउटर सर्किल में कार दौड़ाते हुए देखा गया।
इसके बाद वह लाल किले की तरफ बढ़ा। ब्लास्ट से ठीक पहले उसे लाल किले के पास तुर्कमान गेट मस्जिद के पास भी देखा गया था।
यही नहीं, फरीदाबाद से दिल्ली आते वक्त वह कई जगहों पर रुका भी था। एक फुटेज में वह अशोक विहार इलाके में खाने के लिए भी रुका हुआ दिखा।
4 शहरों में थे सीरियल ब्लास्ट की साजिश
जांच में अब तक का सबसे सनसनीखेज खुलासा यह हुआ है कि आतंकियों का प्लान सिर्फ दिल्ली को दहलाना नहीं था।
सूत्रों के मुताबिक, आठ संदिग्ध आतंकियों ने मिलकर देश के चार अलग-अलग शहरों में सीरियल ब्लास्ट करने की खौफनाक योजना बनाई थी।
इस प्लान के तहत, दो-दो आतंकियों के चार ग्रुप बनाए गए थे। हर ग्रुप को अपने-अपने टारगेट शहर में कई IED ब्लास्ट करने का जिम्मा सौंपा गया था।
हालांकि, इससे पहले कि ये आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते, जांच एजेंसियों ने समय रहते इस साजिश को नाकाम कर दिया।
20 लाख जुटाए, 20 क्विंटल फर्टिलाइजर खरीदा
इस पूरे टेरर प्लान को अंजाम देने के लिए एक बड़ी फंडिंग जुटाई गई थी। जांच में सामने आया है कि आतंकी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. अदील, डॉ. उमर और डॉ. शाहीन ने मिलकर करीब 20 लाख रुपये नकद जुटाए थे।
यह पूरी रकम डॉ. उमर को सौंपी गई थी।
इन्हीं पैसों से IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक खरीदा गया।
आतंकियों ने गुरुग्राम, नूह और आसपास के इलाकों से करीब 3 लाख रुपये का 20 क्विंटल (2000 किलो) से ज्यादा NPK (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम) फर्टिलाइजर खरीदा था।
6 दिसंबर को 26/11 जैसे हमले का था प्लान
जांच एजेंसियों के सूत्रों ने एक और बड़ा पर्दाफाश किया है। आतंकी डॉ. उमर 6 दिसंबर को (बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर) दिल्ली में मुंबई के 2008 जैसे 26/11 हमले को दोहराने की फिराक में था।
यही वजह थी कि उसने इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक जमा किया था। उसका इरादा सिर्फ एक कार ब्लास्ट करना नहीं, बल्कि सिलसिलेवार धमाके कर पूरी दिल्ली को दहलाना था।
पैसे को लेकर हुआ था झगड़ा
जांच में यह भी पता चला है कि जुटाए गए 20 लाख रुपये को लेकर आतंकियों के बीच फूट पड़ गई थी। डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल के बीच पैसों के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था।
बातचीत और को-आर्डिनेशन के लिए उमर ने सिग्नल ऐप पर दो से चार सदस्यों का एक प्राइवेट ग्रुप भी बनाया था।
डायरी में मिले 25 संदिग्धों के नाम
जांच टीमों को उमर और मुजम्मिल के कमरों से एक डायरी भी बरामद हुई है। इस डायरी में 8 से 12 नवंबर के बीच की तारीखें लिखी हैं।
इन तारीखों के साथ करीब 25 लोगों के नाम भी लिखे हैं। ये सभी लोग फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले बताए जा रहे हैं, जिनकी अब सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
पाकिस्तान की अफीरा बीबी और ‘वुमन विंग’
इस पूरे मॉड्यूल का ‘अजहर कनेक्शन’ भी सामने आया है। आतंकी शाहीन, जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के भतीजे फारूक की पत्नी अफीरा बीबी के संपर्क में थी।
अफीरा बीबी पाकिस्तान की रहने वाली है और उसी ने डॉ. शाहीन को भारत में महिलाओं का एक ‘वुमन विंग’ तैयार करने का जिम्मा सौंपा था।
शाहीन का काम पढ़ी-लिखी और खासकर मेडिकल प्रोफेशन से जुड़ी महिलाओं को कट्टरपंथ की तरफ धकेलना और उन्हें टेरर मॉड्यूल में शामिल करना था।
‘जानें पूरा मामला’
यह मामला 10 नवंबर 2025 को दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक की रेड लाइट पर हुए i20 कार ब्लास्ट से जुड़ा है। इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकी डॉ. उमर ने ली थी, जो खुद भी ब्लास्ट में मारा गया। जांच में पता चला कि यह एक ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल था, जिसमें डॉक्टर और पढ़े-लिखे पेशेवर शामिल थे। अब इस मामले में 4 शहरों में सीरियल ब्लास्ट और 6 दिसंबर को 26/11 जैसे हमले की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है।
मुख्य बातें (Key Points):
- आतंकी डॉ. उमर के 50 से ज्यादा CCTV फुटेज मिले, विस्फोटक से लदी कार लेकर कनॉट प्लेस भी पहुंचा था।
- सिर्फ दिल्ली नहीं, 8 आतंकियों ने 4 शहरों में सीरियल ब्लास्ट का प्लान बनाया था।
- टेरर फंडिंग के लिए 20 लाख रुपये जुटाए गए और 20 क्विंटल फर्टिलाइजर खरीदा गया।
- आतंकियों का असली निशाना 6 दिसंबर था, जब वे दिल्ली में 26/11 जैसा हमला करना चाहते थे।






