India America LPG Deal Donald Trump PM Modi : दिल्ली में हुए आतंकी धमाके की जांच के बीच भारत और अमेरिका ने एक बड़ी व्यापारिक डील फाइनल की है। यह डील लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) को लेकर हुई है। इस समझौते के तहत, अमेरिका अगले 15 सालों तक भारत को हर साल 1.5 मिलियन (15 लाख) टन एलपीजी का निर्यात करेगा।
इस बड़ी डील पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों ने खुशी जाहिर की है।
‘ट्रंप बोले- यह ‘गेम चेंजर’ डील’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को “गेम चेंजर” करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह डील भारत की ऊर्जा सुरक्षा (Energy Security) को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ट्रंप ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच बढ़ती दोस्ती और गहरे होते आर्थिक संबंधों का प्रतीक है।
‘भारत की ऊर्जा सुरक्षा होगी मजबूत’
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस डील पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ यह एलपीजी समझौता भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह डील न केवल भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संतुलन को बेहतर बनाने में भी मदद करेगी। उन्होंने इसे भारत और अमेरिका की “विन-विन सिचुएशन” (दोनों की जीत) बताया।
‘2026 से शुरू होगी सप्लाई’
इस समझौते के मुताबिक, एलपीजी की यह सप्लाई साल 2026 से शुरू होने की उम्मीद है। यह भारत की लगातार बढ़ती घरेलू एलपीजी मांग को पूरा करने में एक बड़ा कदम साबित होगा।
यह डील ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली धमाके को लेकर दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। इस समझौते को दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ी LPG डील फाइनल हुई है।
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अमेरिका 15 साल तक भारत को हर साल 1.5 मिलियन टन एलपीजी निर्यात करेगा।
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राष्ट्रपति ट्रंप ने इस डील को “गेम चेंजर” और पीएम मोदी ने “विन-विन सिचुएशन” बताया।
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यह समझौता 2026 से लागू होगा और भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा।






