नई दिल्ली, 02 अगस्त (The News Air): आम आदमी पार्टी ने मयूर विहार फेस तीन की दुखद घटना के बाद से गायब भाजपा के एलजी और सातों सांसदों पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि डीडीए की लापरवाही के चलते खुले नाले में गिरने से मां-बेटे की जान चली गई और एलजी व भाजपा के सारे सांसद लापता हो गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अभी तक एलजी साहब पीड़ित परिवार से मिलने क्यों नहीं गए। आखिर उनको वहां जाने से किस बात का डर लग रहा है? राजेंद्र नगर की घटना के बाद तो एलजी साहब वहां राजनीति करने गए थे। हालांकि यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को उनका मकसद पता चल गया और उन्होंने ‘एलजी गो बैक’ के नारे लगाकर उनको वापस भेज दिया। ‘‘आप’’ की मांग है कि एलजी साहब पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा करें और नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दें।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर दिल्ली के कोंडली विधानसभा में हुई दुखद घटना पर भाजपा सांसदों की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि घटना के बाद से भाजपा के सांसद कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। क्या उनके लिए यह बड़ा मुद्दा नहीं है कि डीडीए के 15 फीट नाले में गिरकर एक ढाई साल के बच्चे और 23 साल की उसकी मां की जान चली गई। डीडीए के अधिकारियों ने लापरवाही दिखाते हुए उस नाले को ढंका तक नहीं था। अपने छोटे बच्चे को बचाने के लिए एक मां डीडीए के उस नाले में कूद गई। आधा किलोमीटर तक बहने के बाद उन दोनों के शव मिले। दोनों का शव एक दूसरे से चिपका हुआ था। लेकिन इन सबके बावजूद भाजपा की पुलिस मौके पर पहुंचकर मदद करने की बजाय इस बात पर लड़ रही थी कि वह इलाका किसके क्षेत्राधिकार में आता है। एलजी कहां हैं? क्या उनका काम केवल दिल्ली सरकार के कार्य रोकने का है? भाजपा के ओंछे प्रवक्ता हादसे के बाद उस नाले पर पहुंचकर कहते हैं कि ये पीडब्ल्यूडी का नाला है। इसलिए कम पढ़े-लिखों की इस सरकार को कभी-कभी किताबें और दस्तावेज भी देख लेने चाहिए।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि इससे पहले जब राजेंद्र नगर की घटना में तीन छात्रों की मौत हुई तो एलजी साहब राजनीति करने लगे। जबकि 15 सालों तक भाजपा ने एमसीडी में राज किया। एलजी साहब उन छात्रों से मिलने गए, लेकिन वे यूपीएससी के छात्र हैं और उन्हें पता है कि एलजी साहब केवल राजनीति करने आए थे। उन्हें पता है कि दिल्ली पुलिस की मदद से वे बेसमेंट चल रहे थे। और उन्हें ये भी पता है कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार उनके साथ खड़ी है। भाजपा ने अपने 15 साल के एमसीडी के कुशासन में इन बेसमेंट में गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दिया। इसलिए, जब एलजी उनसे मिलने गए तो उन बच्चों ने ‘एलजी गो बैक’ के नारे लगाए।
उन्होंने कहा कि यह नाला एलजी के डीडीए के अधीन आता है तो अब एलजी साहब गायब हो गए हैं। क्या उन्हें पिटने का डर है? वो पीड़ित परिवार के लिए कोई आर्थिक सहायता की घोषणा क्यों नहीं करते? अगर उस परिवार में कोई आश्रित है तो वह उसके लिए नौकरी की घोषणा क्यों नहीं करते। एलजी अपने पद से हर वक्त क्यों चिपके रहना चाहते हैं? वह इस घटना के बाद इस्तीफा क्यों नहीं देते? क्या उनका काम केवल दिल्ली सरकार के काम रोकने का रह गया है? भाजपा के सातों सांसद कहां हैं? जो अब दिल्लीवालों के लिए आवाज नहीं उठा रहे हैं। भाजपा को अब ये गंदी और ओछी राजनीति छोड़नी होगी। भाजपा अरविंद केजरीवाल सरकार का काम रोकने की चाहे जितनी कोशिश कर ले, हम फिर भी काम करते रहेंगे। वो हमारी शक्तियां छीन लें, लेकिन हम फिर भी दिल्लीवालों का कोई काम नहीं रुकने देंगे। एलजी के अधीन आने वाली एजेंसी की लापरवाही से दो निर्दाेष की मौत पर केंद्र सरकार क्यों नहीं एलजी के खिलाफ कोई कार्रवाई करती? किस नैतिकता के आधार पर एलजी इस पद पर बने रहना चाहते हैं?
प्रियंका कक्कड़ ने आगे कहा कि हमारे मंत्रियों को झूठे केस में फंसाकर बेल मिलने के बावजूद जेल में रखा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद वो लोग एमएलए फंड से अपने इलाकों में काम करवा रहे हैं। जेल के अंदर से भी वो दिल्लीवालों के काम कर रहे हैं। तो एलजी को क्या दिक्कत है। वो इस पर जवाब क्यों नहीं देते? क्या उनके लिए इन लोगों की जान की कोई कीमत नहीं थी। एलजी के ऊपर जांच बैठनी चाहिए। ये जांच पूरी होने तक उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। जनता भी भाजपा को बार-बार अपनी नाकामियां छिपाने का मौका न दे।