Crypto Market Crash : अमेरिका में Federal Reserve के इंटरेस्ट रेट्स में जल्द कटौती करने के संकेत देने के बावजूद क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस 1.50 प्रतिशत से ज्यादा गिरा है। Federal Reserve के चेयरमैन Jerome Powell ने स्पष्ट किया कि इंटरेस्ट रेट्स को घटाने में जल्दबाजी नहीं की जाएगी।
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट
इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक, इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर बिटकॉइन (Bitcoin) का प्राइस 1.50 प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 96,160 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस लगभग दो प्रतिशत घटकर लगभग 2,634 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे Solana, Polkadot, Tron, Litecoin, Stellar और XRP में भी गिरावट दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.80 प्रतिशत घटकर 3.15 लाख करोड़ डॉलर पर आ गया है।
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के कारण
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि Federal Reserve द्वारा इंटरेस्ट रेट्स में कमी नहीं करने के संकेत से बिटकॉइन पर दबाव पड़ा है। वहीं, Ether में निवेशकों की रुचि अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में कम होती जा रही है। बिटकॉइन के मुकाबले Ether में ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
वर्तमान में Ether के लिए 3,000 डॉलर का मजबूत रेजिस्टेंस बना हुआ है। इससे पहले अमेरिका के Securities and Exchange Commission (SEC) ने जानकारी दी थी कि क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने के उद्देश्य से एक टास्क फोर्स बनाई गई है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर सख्ती
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर केंद्र सरकार का रुख सख्त बना हुआ है। Reserve Bank of India (RBI) की ओर से क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की गई है। हाल ही में दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने बताया कि उसने भारत में नौ करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना चुकाया है। Financial Intelligence Unit (FIU) ने नियमों का पालन न करने के कारण ByBit पर यह जुर्माना लगाया था। इसके साथ ही इस क्रिप्टो एक्सचेंज ने FIU के पास अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया है।
भारत में क्रिप्टो फर्मों के लिए नए नियम
भारत में काम कर रही सभी क्रिप्टो फर्मों के लिए FIU के पास रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। हाल ही में ByBit ने अपने भारतीय ग्राहकों को सूचना दी थी कि वह अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से रोक रहा है। इसके बाद FIU ने जानकारी दी थी कि ByBit ने Prevention of Money Laundering Act (PMLA) का पालन नहीं किया था। इसके कारण ByBit पर लगभग 9.27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
ByBit ने बताया कि उसने यह जुर्माना भर दिया है और रेगुलेटरी कमियों को पूरा कर लिया है। इस घटना से संकेत मिलता है कि भारत सरकार क्रिप्टो मार्केट को सख्त नियामक दायरे में लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।