मोहाली, 23अगस्त (The News Air): पूर्व सांसद और शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने आज ऐतिहासिक अम्ब साहिब गुरुद्वारे में किसानों और श्रद्धालुओं के खिलाफ अत्याचार करने के लिए आम आदमी पार्टी की निंदा करते हुए कहा कि यह कदम कांग्रेस पार्टी द्वारा सिख समुदाय पर किए गए अत्याचार की याद दिलाता है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए अकाली नेता ने कहा ,‘‘यह बेहद शर्मनाक है कि आप सरकार ने गुरुद्वारों को छावनी में बदल दिया है और यहां तक कि श्रद्धालुओं को भी इस अवधारणा के आधार पर परिसर से बाहर निकाल दिया कि वे किसान संगठनों का समर्थन करने के लिए वहां आए हैं, जिन्होने राज्य के बाढ़ से प्रभावित हुए किसानों के लिए उचित मुआवजे की मांग को लेकर चंडीगढ़ में प्रदर्शन की योजना बनाई थी’’।
प्रो. चंदूमाजरा ने इस कृत्य को सिख समुदाय के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप बताते हुए कहा, ‘‘ सिख समुदाय के प्रतिए दिखाए गए अनादर ने समुदाय को बेअंत सिंह के ‘राज’ की याद दिला दी है। मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान से अनुरोध करता हूं कि वह उसी रास्ते पर न चलें क्योंकि इसका परिणाम राज्य और लोगों के हित में नही होगा’’। उन्होने मुख्यमंत्री से राज्य पुलिस को गुरुद्वारे में माथा टेकने आए श्रद्धालुओं को तंग न करने के लिए राज्य पुलिस को तत्काल आदेश जारी करने का अनुरोध किया है’’। उन्होने कहा, ‘‘ मैंने शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष से भी इस मुददे को उठाने और गुरुद्वारा परिसर से जबरदस्ती बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं के साथ दुव्र्यवहार के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज करने का अनुरोध किया है। ऐसी घटनाओं से सिख समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं’’। उन्होने कहा कि आप सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी निगरानी मे राज्य में साम्प्रदायिक शांति भंग न हो’’।
एक सवाल के जवाब में प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि आप सरकार गुरुद्वारों में निषेधाज्ञा लागू नही कर सकती। उन्होने कहा कि किसानों को चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोकने के लिए उन पर किया गया बल प्रयोग भी गैरकानूनी और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होने कहा, ‘‘ चंडीगढ़ प्रशासन ने किसानों को यूटी में विरोध प्रदर्शन करेन की अनुमति दी थी, इसीलिए पंजाब सरकार को उन्हे यूटी में प्रवेश करने से रोकने का बिल्कूल भी अधिकार नही है’’।
अकाली नेता ने किसान संगठनों के हितों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि अकाली दल किसानों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए उनकी लड़ाई का समर्थन करता है। उन्होने कहा कि अकाली दल ने कल देवीगढ़ के किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए आप सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक पार्टी कार्यक्रम भी शुरू किया तथा कहा कि इसका विस्तार पूरे राज्य में किया जाएगा। उन्होने कहा, ‘‘ हालांकि सरकार ने कल धरने के बाद 186 करोड़ रूपये जारी किए हैं, लेकिन यह बहुत कम हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि जिन किसानों की धान की फसल तबाह हो गई उन्हे प्रति एकड़ 50 हजार रूपये और जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए उन्हे 2 लाख रूपये मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि खेतिहर मजदूरों को भी उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
प्रो. चंदूमाजरा ने किसानों से किसानों से यह भी अपील की कि जब तब राज्य के किसानों को उचित मुआवजा नही दिया जाता, तब तक वे आप के पदाधिकारियों को गांवों में प्रवेश न करने दें। इस अवसर पर पूर्व विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा और परविंदर सिंह सोहाना भी मौजूद थे।






