गाजियाबाद (The News Air): उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। यहां मतांतरण (conversion) का एक ऐसा खेल चल रहा था जिसे जानकार आप भी चौंक जाएंगे। पुलिस ने आनलाइन गेमिंग एप (online gaming app) के जरिए मतांतरण नहीं बल्कि वर्चुअल मतांतरण के खेल का पर्दाफाश किया है, जो देश के युवाओं को निशाना बना रहा है।
डीसीपी सिटी निपुन अग्रवाल (DCP City Nipun Agarwal) ने बताया कि उनका काम करने का तरीका किशोरों को ‘फोर्टनाइट’ नामक गेम के माध्यम से लक्षित करना है। कुछ मुस्लिम लड़कों ने हिंदू लड़कों के नाम से आईडी बनाई और गेम जीतने के लिए किशोरों से कुरान की आयतें पढ़ने को कहते थे। वे ‘डिस्कॉर्ड चैट’ एप के जरिए उनसे बात भी करते थे और वहां उन्हें जाकिर नाइक और तारिक जमील के इस्लाम कबूल कराने के वीडियो दिखाए जाते थे।
Their modus operandi is to target teenagers through a game called ‘Fortnite’. Some Muslim boys created IDs in the name of Hindu boys and used to ask teenagers to recite Quran verses to win the game. They also used to talk with them through ‘Discord chat’ app and there they were… pic.twitter.com/ZsuSJNh2oC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 5, 2023
उन्होंने बताया कि 30 मई को कवि नगर थाने में धर्मांतरण का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें दो लोगों का नाम महाराष्ट्र के ठाणे निवासी शाहनवाज खान उर्फ बद्दो और संजय की एक मस्जिद के मौलवी नन्नी उर्फ अब्दुल रहमान के रूप में दर्ज किया गया था। रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच के दौरान, एक नाबालिग जैन लड़के और दो हिंदू लड़कों के धर्मांतरण में रहमान की भूमिका पाई गई और इससे संबंधित इलेक्ट्रॉनिक सबूत और हलफनामे पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।
ऑनलाइन गेम खेलने वालों को निशाना बना रहे इस संगठित गिरोह का उद्देश्य है कि युवा पांचों वक्त का नमाजी बन जाए और कट्टरवादी सोच के साथ दूसरों को भी इसके लिए उकसाए। पुलिस ने बताया कि तीन अलग-अलग चरणों में न सिर्फ युवाओं का मतांतरण कराया जा रहा है, उन्हें कट्टर भी बनाया जाता है। यही वजह है कि 12वीं पास छात्र का मतांतरण कराने के बाद यह गिरोह अन्य के मतांतरण में भी उसे हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा था।