चंडीगढ़, 29 अगस्त (The News Air) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि 31 जुलाई की नूंह हिंसा के सिलसिले में एक कांग्रेस विधायक को पुलिस ने नोटिस जारी किया है। इसके एक दिन बाद राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने मंगलवार को आरोप लगाया कि विधायक मामन खान नूंह के दंगाइयों के संपर्क में थे।
विज ने चंडीगढ़ में मीडिया को बताया कि पुलिस ने मामन खान को नोटिस भेजकर 30 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। पुलिस बुधवार को कांग्रेस विधायक मामन खान से पूछताछ करेगी। अब तक की जांच से संकेत मिला है कि वह कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में थे जो हिंसा में शामिल थे।
उन्होंने कहा, ”हमारी शुरुआती जांच के अनुसार, 28, 29 और 30 जुलाई को जहां भी आगजनी और झड़पें हुईं, मामन खान वहां गए और उन सभी स्थानों पर वह दंगाइयों के साथ संपर्क में थे। बहुत सारे एंगल हैं और बहुत सारे सिद्धांत अभी भी सामने आ रहे हैं। हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं।”
गृहमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि इसकी भी जांच की जा रही है कि दंगाइयों ने विशेष रूप से साइबर पुलिस स्टेशन को क्यों निशाना बनाया?
विज ने कहा, ”शुरुआती जांच के मुताबिक, लगभग 510 लोगों को गिरफ्तार किया है और 130-140 एफआईआर दर्ज की हैं। उनसे पूछताछ के बाद फिलहाल हम जो निष्कर्ष निकाल रहे हैं, वह यह है कि ऐसा लगता है कि यह कांग्रेस द्वारा किया गया है।”
एक दिन पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया था। पार्टी अपने एक विधायक को जांच में शामिल होने के लिए पुलिस नोटिस भेजे जाने के बाद अपनी चुप्पी तोड़े। कांग्रेस के कुछ अन्य विधायक भी कथित तौर पर हिंसा में शामिल थे।
वहीं मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए, लेकिन हरियाणा सरकार जांच से भाग रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या खान पुलिस के सामने पेश होंगे। इस सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा, ”हां, वह जरूर पेश होंगे।”
फिरोजपुर झिरका से विधायक खान को सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस दिया गया है और उन्हें नगीना पुलिस स्टेशन में हाजिर होने के लिए कहा गया है।
नूंह में 26 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प में दो होम गार्ड समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।