Shashi Tharoor praises PM Modi—यह खबर कांग्रेस पार्टी के भीतर हलचल मचा सकती है, जहां वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की खुलकर तारीफ की है। उन्होंने पीएम मोदी की ऊर्जा, लोगों से जुड़ाव और नेतृत्व क्षमता को भारत (India) के लिए ‘एक संपत्ति’ बताया है। थरूर के इस बयान को पार्टी लाइन से हटकर माना जा रहा है, खासतौर पर तब जब वह कई मुद्दों पर पार्टी नेतृत्व से मतभेद रखते आए हैं।
द हिंदू (The Hindu) में लिखे गए एक लेख में शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) और उसके बाद भारत (India) द्वारा भेजे गए डेलिगेशन के अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने लिखा, “22 अप्रैल 2025 को पहलगाम (Pahalgam) हमले के बाद जिस प्रकार से भारत ने सैन्य और कूटनीतिक प्रतिक्रिया दी, वह एक संतुलित रणनीति का परिचायक है।” थरूर ने यह भी कहा कि सैन्य कार्रवाई जितनी जरूरी थी, उतनी ही अहम उस कार्रवाई के बाद की कूटनीतिक कवायद रही, जिसने वैश्विक धारणा को भारत के पक्ष में मोड़ा।
शशि थरूर स्वयं गुयाना (Guyana), पनामा (Panama), कोलंबिया (Colombia), ब्राज़ील (Brazil) और अमेरिका (USA) के दौरे पर गए डेलिगेशन का हिस्सा थे। उन्होंने लिखा, “सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनना और उसका नेतृत्व करना एक अनूठा अनुभव था, जिसने मुझे वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को मजबूत करने का अवसर दिया।”
थरूर ने इस बात पर भी जोर दिया कि डेलिगेशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सशक्त विदेश नीति की तस्वीर पेश की। प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों, धर्मों और राज्यों के सांसदों की मौजूदगी ने यह संदेश दिया कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) और आतंकवाद से निपटने की बात आती है, तो भारत एकजुट होकर बोलता है।
उन्होंने खासतौर पर कोलंबिया (Colombia) की उस प्रतिक्रिया का उल्लेख किया, जिसमें शुरुआत में पाकिस्तानी नागरिकों की मौत को लेकर चिंता जताई गई थी, लेकिन बाद में वह बयान वापस लिया गया और भारत को समर्थन दिया गया। थरूर ने इसे भारत की कूटनीतिक सफलता बताया।
लेख के अंत में शशि थरूर ने पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि उनकी ऊर्जा, गतिशीलता और लोगों से जुड़ने की इच्छा भारत के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी विशेषता है। उन्होंने लिखा, “ऐसे वैश्विक नेतृत्व वाले दौर में जहां जनसंपर्क और दृढ़ता जरूरी है, पीएम मोदी की विशेषताएं भारत की कूटनीति को मजबूती प्रदान करती हैं।”
यह बयान उस समय आया है जब कांग्रेस अंदरूनी स्तर पर कई मुद्दों पर संघर्ष झेल रही है। शशि थरूर का यह लेख कांग्रेस नेतृत्व के लिए एक संकेत हो सकता है कि पार्टी के भीतर मतभेद और वैचारिक विविधता किस दिशा में जा रही है।






