चंडीगढ़, 18 जून, (The News Air)
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपनी कुर्सी बचाने के लिए कांग्रेस विधायकों के बच्चों को पुलिस और राजस्व विभाग में नौकरी देने के लिए निंदा करते हुए कहा कि 2022 में राज्य में शिअद-बसपा गठबंधन सरकार बनते ही ऐसी सभी अवैध नियुक्तियां रदद कर दिया जाएगा।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां गरीब और मेधावी छात्र नौकरियों का इंजजार कर रहे हैं, कांग्रेस सरकार ने ‘घर घर नौकरी’ योजना को बदलकर ‘केवल कांग्रेस घर नौकरी’ में बदल दिया है। उन्होने कहा कि ‘ पहले नियमों को अनुकंपा के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते को डीएसपी नियुक्त किया गया था। अब क्रमशः कांग्रेसी विधायक फतेहजंग सिंह तथा राकेश पांडे को इंस्पेक्टर तथा नायब तहसीलदार के पद पर झूठे अनुकंपा के आधार पर नई नौकरियां पैदा कर नियुक्त किया गया है।
सुखबीर सिंह बादल ने नियुक्तियों को अवैध बताते हुए कहा कि उनके दादाओं की कथित कुर्बानी के बदले विधायकों के बच्चों को नौकरियां नही दी जा सकती हैं। ‘ यह निंदनीय है कि मुख्यमंत्री ने पंजाब कांग्रेस पार्टी में चल रही तकरार में अपनी कुर्सी बचाने के उददेश्य से ऐसा कर अधिनियम को झूठा आधार दिया है। मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि 1987 में पूर्व मंत्री सतनाम सिंह बाजवा को गोली मारने पर केस दर्ज किया गया था। एफआईआर में कहा गया था कि सतनाम सिंह बाजवा को व्यक्तिगत मतभेद के आधार पर गोली मारी गई थी। इस मामले में कुर्बानी का तो सवाल ही पैदा नही होता, जिसके आधार पर बाजवा के पोते हो उनके दादा की मौत के 33 साल बाद सरकारी नौकरी देकर पुरस्कृत किया जा रहा है?
बादल ने कहा कि यह शर्मनाक है कि कांग्रेस परिवारों को अनुकंपा के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं, जिन्हे अत्यधिक अमीर होने के कारण नौकरी की कोई आवश्यकता नही है, जबकि नौकरियां उन किसान आत्महत्या पीड़ित परिवारों को दी जानी चाहिए , क्योंकि उनसे वादा भी किया गया था। उन्होने कहा कि इसी तरह किसान आंदोलन के शहीदों को भी नौकरियां नही दी गई हैं। सरकार ने सरकार ने सरकारी विभागों में हजारों नौजवानों को नियमित करने के वादे से मुकर गई है । यह सब राज्य के नौजवानों के घावों पर नमक छिड़कने के समान है’
इस बात पर जोर देते हुए कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेसी नेताओं तथा उनके परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरूपयोग कर रहे हैं। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ‘इस तरह के कृत्यों से पार्टी के डूबते जहाज को नही बचा सकेंगे। उन्होने कहा कि सच्चाई यह है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा लालच में अंधे होकर सब कुछ अपने लिए हड़पने की कोशिश करने के कारण कांग्रेस पार्टी को पतन की ओर लेकर जाएगा’। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने गरीबों और योग्य नौजवानों को नौकरी देने का वादा किया था। ‘ कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए नौजवानों से आवेदन फार्म भी भरवाए थे’। नौजवानों को केवल कांग्रेस के पंसदीदा लोगों को नौकरियां देकर धोखा दिया गया है।
बादल ने कहा कि अनुकंपा के आधार पर नौकरियो को निर्धारित नियमों के अनुसार सेना के शहीद परिवारों तथा असली लाभार्थियों को दिए जाने की आवश्यकता है। सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेस परिवारों को ही अनुकंपा के आधार पर नौकरी देना बड़े पैमाने पर समाज का मनोबल गिराने वाला कृत्य है। सरदार बादल ने कहा ‘ शिअद-बसपा’ गठबंधन राज्य में सरकार बनते ही इन सभी अवैध नियुक्तियों को रदद कर देगा’।