नई दिल्ली, 9 जून
उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले ही बड़ा सियासी उलटफेर शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद आज भाजपा में शामिल हो गए है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल करवाया। जितिन प्रसाद ने कहा कि मैंने 7-8 साल में अनुभव किया कि असल मायने में कोई संस्थागत राजनीतिक दल है, वो भारतीय जनता पार्टी है, बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्र के हो गए हैं। बहरहाल, जितिन प्रसाद के बीजेपी में लाते ही राज्य विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को कमज़ोर करने के बीजेपी के अभियान की शुरुआत कर दी गई है। जितिन से बीजेपी को मिली मज़बूती का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो ब्राह्मणों के बड़े नेता माने जाते हैं और यूपी में ब्राह्मण मतदाताओं की 10 प्रतिशत की बड़ी हिस्सेदारी है।
जितिन प्रसाद ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता लेने के बाद कहा कि उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फ़ैसला बहुत ही सोच-समझकर लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के नाम पर कोई राजनीतिक दल है तो वो एकमात्र बीजेपी ही है। कुछ समय पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा भी कांग्रेस की कार्यशैली से नाराज़ चल आ रहे हैं। पिछले वर्ष सोनिया गांधी को 23 कांग्रेस नेताओं ने चिट्ठी लिखकर पार्टी की कार्यशैली में बड़े बदलावों की मांग की गई थी। इनमें आनंद शर्मा और ग़ुलाम नबी आज़ाद भी शामिल थे।