नई दिल्ली: हरियाणा में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने जोर-शोर से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, सूत्रों का कहना है दोनों ही पार्टियों को उम्मीदवारों के चयन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे की बातचीत शुरू की है।
कांग्रेस, INDIA गठबंधन को फिर से मजबूत करना चाहती है जिसने अप्रैल-जून में हुए लोकसभा चुनावों में 10 में से 5 सीटें जीती थीं।कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीट बंटवारे को लेकर है। लोकसभा चुनावों की तरह ही, इस बार भी राज्य और केंद्रीय नेताओं के बीच मतभेद हैं। हरियाणा कांग्रेस के नेता राज्य की 90 सीटों में से ज्यादा सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक, AAP को कौन सी सीटें दी जाएं, इस पर भी मतभेद हैं। AAP जिन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, उनमें से कुछ पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा अपने वफादारों को टिकट देना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को अपने टिकट पर चुनाव लड़ाएगी। कांग्रेस और आप ने बुधवार को ‘सैद्धांतिक’ समझौते की घोषणा की।
बीजेपी में टिकट को लेकर खींचतान
हरियाणा में बीजेपी के लिए चुनाव से पहले ही बवाल शुरू हो गया है। कई नेताओं को टिकट नहीं मिला, जिससे पार्टी में नाराजगी है। जेल मंत्री रंजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट कटने के बाद इस्तीफा दे दिया। चौटाला ने कहा कि वो अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे, जबकि नापा ने कांग्रेस नेता हुड्डा से मुलाकात की और कांग्रेस ज्वाइन करने की बात कही। चौटाला, हरियाणा के दिग्गज नेता देवी लाल चौधरी के बेटे हैं। देवी लाल दो बार मुख्यमंत्री और उप प्रधानमंत्री भी रहे। चौटाला रनिया सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, जहां से उन्होंने 2019 में निर्दलीय जीत हासिल की थी। बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए थे और हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने इस बार रनिया सीट से शिशपाल कंबोज को टिकट दिया है। वहीं, टिकट कटने से नाराज ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष करण देव कंबोज ने भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा, ‘शायद बीजेपी को अब वफादार लोगों की जरूरत नहीं है।’ कंबोज ने बीजेपी पर विरोधी दलों से आए नेताओं को टिकट देने का आरोप लगाया।