The News Air (चंडीगढ़)- दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) में टकराव होने लगा है। इसकी बड़ी वजह पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव बन रहे हैं। गुरनाम चढ़ूनी के राज्य में सक्रिय होता देख पंजाब के किसान संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है।
बुधवार को किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि चढ़ूनी के साथ भी दूसरे नेताओं की तरह सलूक किया जाएगा। उन्हें भी काले झंडे दिखाकर नेताओं की तरह सवाल पूछे जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही फ़ैसला कर चुका है कि इलेक्शन की घोषणा से पहले जो भी चुनावी रैली करेगा, किसान उसका विरोध जारी रखेंगे।
पंजाब में पॉलिटिकल एजेंडा लागू कर रहे चढ़ूनी
बुधवार को 32 किसान संगठनों ने सीएम के साथ मीटिंग की। इसके बाद बलबीर राजेवाल ने कहा कि गुरनाम चढ़ूनी पंजाब में आकर पॉलिटिकल एजेंडे को लागू कर रहे हैं। वह संयुक्त किसान मोर्चा का नाम ग़लत ले रहे हैं। हमारा राजनीति से कोई संबंध नहीं है।
चढ़ूनी ने कहा, पंजाब के नेता फूट डालने की कोशिश कर रहे
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि पंजाब के किसान नेता हरियाणा के नेताओं में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। चढ़ूनी ने ऐलान किया था कि 25 नवंबर को वह अंबाला से दिल्ली तक मार्च निकालने वाले हैं। इसका दिल्ली में बैठे लगभग सभी किसान संगठनों ने विरोध किया था।
इसके बाद हरियाणा के एक दल ने 24 नवंबर को मार्च का ऐलान कर दिया था। अब गुरनाम चढ़ूनी ने वीडियो जारी कर अपनी यात्रा रद्द करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि अब एक नक़ली संयुक्त किसान मोर्चा खड़ा कर दिया गया है।