अपने पड़ोस में भारत के लिए अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) एक ज़्यादा फोक्स वाला देश बना हुआ है। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) जैसी भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण इस पर ध्यान देना अब और ज़्यादा ज़रूरी हो चला है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल युद्ध से तबाह देश पर चर्चा के लिए दो दिन की सुरक्षा वार्ता के लिए ताजिकिस्तान के दुशांबे में हैं। इसमें मेज़बान देश के अलावा रूस, चीन, ईरान, उज़बेकिस्तान, किर्गिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और कज़ाकिस्तान भी भाग ले रहे हैं। उम्मीद है कि बातचीत के एजेंडा में आतंकवाद, एक समावेशी सरकार का गठन और अफ़ग़ानिस्तान में सामने आ रहे मानवीय संकट का मुद्दा अहम होगा।
CNN-News18 के साथ एक ख़ास बातचीत में, अनस हक्कानी (Anas Haqqani) ने तालिबान (Taliban) शासन के इरादों और अपने देश में शांति लाने की कोशिशों, भारत की अहम भूमिका, आतंकवाद और क्रिकेट के प्रति उनके प्रेम पर बात की। अनस हक्कानी दोहा, क़तर में अपने राजनीतिक कार्यालय में तालिबान की वार्ता टीम के सदस्य थे। वह सिराजुद्दीन हक्कानी के भाई भी हैं, जो अब अफ़ग़ानिस्तान के इस्लामी अमीरात (IEA) के आंतरिक मंत्री हैं।
अनस हक्कानी के साथ सवाल-जवाब का सिलसिला
सवाल- आपको क्या लगता है कि अफगानिस्तान में इस्लामी अमीरात के शासन के तहत भारत अफगानिस्तान में क्या भूमिका निभा सकता है?
जवाब- बिस्मिल्लाह-ए-रहमान-ए-रहीम। मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मैं यहां आपका स्वागत करता हूं और मेरे देश में शांति के लिए आपकी कोशिशों और प्रतिबद्धता के लिए आपका शुक्रगुजार हूं। अब यह बहुत साफ है कि अब सरकार बनाने, शांति कायम करने और सोच विचार का समय आ गया है।
अभी तक हमारे पास दुनिया के लिए, खास तौर से पड़ोसी देशों के लिए IEA की नीति है और इसमें भारत भी शामिल है। भारत अपनी शांति और विकास की नीति के साथ आ सकता है, जैसा कि पिछली सरकार के साथ था। इसके लिए अमीरात के दरवाजे खुले हैं।
सवाल- भारत के अफगानिस्तान में अपने राजनयिक मिशनों को फिर से खोलने और सामान्य द्विपक्षीय संबंधों को फिर से शुरू करने पर आपकी क्या राय है?
जवाब- जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया है कि अमीरात की एक नीति है। इसके तहत उसने दुनिया को एक खुला निमंत्रण भेजा है। इसमें सभी को शामिल किया गया है, ताकि राजनयिक संबंध और विचार-विमर्श को एक बार फिर से पहले की तरह बहाल किया जाए।
हम सभी के लिए खुले हैं और भारत को भी आमंत्रित किया गया है। उन्हें बताया गया है कि अफगानिस्तान में भारत का जो भी स्टेक है, उसे अमीरात की स्थिर सरकार के तहत फिर से हासिल किया जा सकता है। अमीरात अपना समर्थन और आश्वासन देता है कि अगर उसे कोई समस्या है, तो अमीरात यह सुनिश्चित करेगा कि उसकी सभी आशंकाओं को दूर किया जाएगा।
हम चाहते हैं कि भारत अपने दूतावास को फिर से खोले, अफगान लोगों के साथ मैत्रीपूर्ण माहौल में मिले। अमीरात को कोई समस्या नहीं है और इसके दरवाजे खुले हैं। आओ और हमारे साथ पुराने दोस्तों की तरह रहो।
सवाल- आप अफगानिस्तान में भारतीय राजनयिक दफ्तरों, प्रोजेक्ट और बिजनेसमैन को सुरक्षा की क्या गारंटी देंगे?
जवाब- सरकार ऐसा करने के लिए बाध्य है। उसका कर्तव्य है कि वह हर व्यक्ति की रक्षा करे, जो कोई भी मित्रता के इरादे से, खुले दिल से, अफगान स्थिरता के इरादे से अफगानिस्तान आता है और अफगानों और अफगानिस्तान के लिए प्यार के साथ आता है। सरकार का कर्तव्य है कि वह उनकी रक्षा करे।
हम सभी को आश्वस्त करते हैं कि शांति और स्थिरता को मजबूत करने के लिए अफगानिस्तान आने वाले हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अफगानिस्तान में जिन देशों के राजनयिक मिशन/दूतावास और दूसरे प्रोजेक्ट्स हैं, उन्हें हर तरह की सुरक्षा दी गई है, ताकि वे सुरक्षित (शांतिपूर्ण) माहौल में काम कर सकें।
सवाल- हम क्रिकेट और दूसरे खेलों में आपकी रुचि को जानते हैं। हम यह भी जानते हैं कि आप IPL टूर्नामेंट देखते हैं। क्रिकेट कैसे भारत और अफगानिस्तान को करीब ला सकता है, इस पर आपके क्या विचार हैं?
जवाब- अनस हक्कानी ने हंस कर जवाब दिया- यह सच है और एक सच्चाई ये भी है कि अफगानिस्तान की नेशनल क्रिकेट टीम की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक जगह है। अफगान टीम ने बहुत ही कम समय में यह उपलब्धि हासिल की है। अफगानिस्तान के लोग अपनी क्रिकेट टीम से प्यार करते हैं और इस्लामिक अमीरात हर संभव तरीके से समर्थन और मदद करता है। हम औपचारिक रूप से टीम के सभी सदस्यों का समर्थन और सही मायने में प्रचार करते हैं।
पुराने कुछ मुद्दे थे, जिन्हें भारतीय क्रिकेट बोर्ड की मदद से हल किया गया था। हम इसके लिए तत्पर हैं। यह खेल दो देशों को एक साथ लाता है और दोनों देशों के लोगों के बीच खुशियां फैलाता है। हम चाहते हैं कि भारत और उसका क्रिकेट बोर्ड हमारी क्रिकेट टीम को भविष्य में आने वाले मुद्दों में मदद करे और यह खेल हमारे संबंधों को मजबूत करने का जरिया बने।
सवाल- क्या आप भारतीय क्रिकेट बोर्ड के संपर्क में हैं और क्या आप उनसे किसी विशेष मदद की उम्मीद कर रहे हैं?
जवाब- भारतीय क्रिकेट बोर्ड की सरकार अफगान क्रिकेट बोर्ड की सरकार के संपर्क में है। सौरव गांगुली हमारे क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों और खिलाड़ियों के लगातार संपर्क में हैं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी खेल में यह सहयोग बना रहेगा।
सवाल- आपका पसंदीदा भारतीय क्रिकेटर कौन है?
जवाब- भारतीय क्रिकेट टीम और खिलाड़ियों को पसंद करने की लंबी कहानी में कई किस्से हैं। जहां तक भारतीय टीम में पसंदीदा क्रिकेटर की बात है, तो मैं उन सभी को पसंद करता हूं, जो अच्छा खेलते हैं।