Delhi Weather Alert : उत्तर भारत इस समय मौसम के सबसे क्रूर दौर से गुजर रहा है। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हड्डियों को गला देने वाली ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। IMD (मौसम विभाग) ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में 22 दिसंबर तक राहत की कोई उम्मीद नहीं है। कोहरे की सफेद चादर और प्रदूषण की काली धुंध ने मिलकर शहरों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है।
कुदरत का ‘कोल्ड अटैक’ और थमी रफ्तार
शनिवार और रविवार को मौसम का मिजाज सबसे ज्यादा जानलेवा रहा। आसमान से सूरज गायब है और दिन भर छाई धुंध ने तापमान को लुढ़का दिया है। हालात ऐसे हैं कि सड़क से लेकर आसमान तक सब कुछ थम सा गया है। घने कोहरे (Dense Fog) की वजह से विजिबिलिटी इतनी कम हो गई है कि हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा। इसका सबसे भयानक असर हवाई यातायात पर पड़ा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण 139 Flights (उड़ाने) रद्द करनी पड़ीं, जिससे हजारों यात्री घंटों तक परेशान रहे। Indigo Airline ने यात्रियों के लिए विशेष Advisory जारी कर घर से निकलने से पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करने की सलाह दी है।
‘जहरीली हवा ने बनाया गैस चैंबर’
ठंड तो कुदरत की मार है, लेकिन प्रदूषण इंसान की गलती। दिल्ली और NCR के इलाकों में हवा ‘गैस चैंबर’ बन चुकी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का औसत AQI 398 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं, नोएडा की स्थिति और भी भयावह है, जहां AQI 401 के पार पहुंचकर ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी में चला गया है। गुरुग्राम, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य का खतरा कई गुना बढ़ गया है।
‘UP में रेड अलर्ट और कश्मीर में चिल्लई कलां’
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी मौसम विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ (Red Alert) जारी किया है। कानपुर, आगरा, प्रयागराज और गाजियाबाद में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई है। बरेली और झांसी में तो 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल हो रहा है। उधर, कश्मीर घाटी में ठंड का सबसे कठोर दौर ‘चिल्लई कलां’ (Chilla-i-Kalan) रविवार से शुरू हो रहा है। यह 40 दिनों का वो समय होता है जब तापमान माइनस में चला जाता है और पानी जमने लगता है। श्रीनगर में तापमान पहले ही शून्य से नीचे जा चुका है।
‘ट्रेनों की रफ्तार पर लगा ब्रेक’
कोहरे का असर भारतीय रेलवे पर भी साफ दिखाई दे रहा है। दृश्यता कम होने के कारण कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों की देरी से चल रही हैं। हाईवे पर गाड़ियां रेंगती हुई नजर आ रही हैं और कई जगहों पर लंबा जाम लग गया है। मौसम विभाग ने दिल्ली में ‘ऑरेंज अलर्ट’ (Orange Alert) जारी करते हुए कहा है कि बादलों और धुंध की वजह से अभी धूप निकलने के आसार नहीं हैं।
‘संपादकीय विश्लेषण: मौसम और सिस्टम की परीक्षा’
यह स्थिति केवल मौसम का बदलाव नहीं, बल्कि हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर और तैयारी की पोल भी खोलती है। हर साल दिसंबर-जनवरी में उत्तर भारत इसी तरह की धुंध और कोहरे में कैद होता है, फिर भी हमारी परिवहन व्यवस्था (फ्लाइट्स और ट्रेनें) चरमरा जाती है। इससे भी बड़ी चिंता का विषय प्रदूषण है। जब कोहरा और प्रदूषण मिलते हैं, तो यह ‘स्मॉग’ (Smog) का रूप ले लेता है जो फेफड़ों के लिए धीमे जहर का काम करता है। यह समय है जब सरकारों को प्रदूषण नियंत्रण पर कागजी कार्रवाई से आगे बढ़कर ठोस कदम उठाने होंगे, वरना आने वाले साल और भी मुश्किल भरे होंगे।
‘जानें पूरा मामला’
यह खबर उत्तर भारत में अचानक बदले मौसम के मिजाज से जुड़ी है। पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में तापमान गिरा है। इसके साथ ही हवा की गति कम होने से प्रदूषक तत्व (Pollutants) वातावरण में जम गए हैं, जिससे कोहरे और प्रदूषण की दोहरी परत बन गई है। मौसम विभाग ने 22 दिसंबर तक स्थिति गंभीर रहने का अनुमान लगाया है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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दिल्ली एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण 139 Flights रद्द कर दी गईं।
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दिल्ली का AQI 398 और नोएडा का 401 के पार पहुंचा, हवा हुई जहरीली।
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यूपी के कई जिलों में Red Alert और विजिबिलिटी शून्य तक पहुंची।
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कश्मीर में 40 दिनों का कठोर जाड़ा ‘चिल्लई कलां’ शुरू, तापमान माइनस में।
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IMD ने 22 दिसंबर तक कड़ाके की ठंड और कोहरे की चेतावनी जारी की है।






