चंडीगढ़, 13 जुलाई (The News Air)
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज यहां कहा है कि ‘‘भाजपा प्रतिनिधिमंडल की शाही मेजबानी’ करके तथा पंजाबी भाईचारे के हर वर्ग की परेशानियों की अनदेखी कर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आखिरकार बता दिया है कि राज्य में किसकी सरकार चलती है’’।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में भाजपा सरकार के प्रमुख की अगुवाई करते हैं न कि पंजाबियों की जिनके सामने उन्होने पवित्र गुटका साहिब की शपथ खाकर धोखा किया था। उनके पास प्रदेश में सिर्फ भाजपा नेताओं के लिए समय है। यहां तक कि भाजपा के कार्यकर्ता भी उनके आवास यां उनके कार्यालय में सीधे प्रवेश कर सकते हैं, जबकि उनकी सरकार यां पार्टी के वरिष्ठतम साथी भी ऐसा करने की हिम्मत नही कर पाते हैं’। ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह का रवैया पंजाब की जनता के उस उस जनादेश का अपमान है, जिसे जीतने के लिए उन्होने पंजाबियों को गुमराह किया था’।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में भाजपा सरकार के साथ मुख्यमंत्री की निकटता के कारण ही हमेशा उन्होंने अपनी पार्टी के लोगों की उपेक्षा की’। सरदार बादल ने कहा कि कैप्टन सिंह का आचरण इस बात से बिल्कूल विपरीत है जिस तरह से उन्होने ‘ दिल्ली की सरकार तथा स्थानीय नेताओं ’ के सामने घूटने टेक दिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के लोगों की आवाज के बजाय दिल्ली में अपने मास्टर्स की आवाज का पालन करना चुनते हैं। वह स्पष्ट रूप से पंजाबियों की आवाज की बजाय अपने दिल्ली के मुख्यिा की आवाज (एचएमवी) सुनना पसंद करते है। वह स्पष्ट रूप से एचएमवी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं’।
अकाली दल अध्यक्ष ने आगे कहा कि पंजाब में समाज के हर वर्ग के लोग कड़कड़ाती धूप में सड़कों पर आंदोलन करने तथा पसीना बहाने के लिए मजबूर हो गए हैं, जबकि सीएम अपने गुंबद में वातानुकूलित विलासिता में रहकर, थोड़ी सी दूरी पर भी इनसे मिलने आने के लिए इंकार कर देते हैं। ‘चाहे वह लोग लंबे और बार बार बिजली कटौती के खिलाफ चीख रहे हों, चाहे किसान हों, कर्मचारी हों, बेरोजगार, शिक्षक, छात्र, तथा समाज का हर दूसरा वर्ग कडकड़ाती धूप में सड़कों पर उतर रहा है, बस मुख्यमंत्री को उनकी शिकायतें सुनने का समय नही है। अमरिंदर सिंह से अपनी समस्याओं का समाधान करवाना तो भूल ही आओं वे उनसे मिलने के लिए भी इंकार कर देते हैं। बेशक वह जूनियर लेवल के भाजपा प्रतिनिधिमंडल का रेड कार्पेट पर स्वागत करने के लिए समय निकाल लेते हैं’’।
अकाली नेता ने कहा कि कुछ लोगों ने हमपर विश्वास नही किया जब हमने कहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की किसानों के आंदोलन के मामले में भाजपा के साथ मिलीभगत हैं’। हम कहते रहे कि उन्होने पंजाब में वही विधेयक बनाकर किसानों के साथ विश्वासघात किया जो भाजपा ने बाद में दिल्ली के साथ किया था। अगर केंद्र अपने अधिनियमों में संशोधन करता है तो पंजाब के कानून बने रहेंगे। यह भाजपा के साथ गुप्त डील का हिस्सा है’।
बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की केंद्र विरोधी धमकी का पर्दाफाश हो गया। ‘ कुछ अन्य तथाकथित धार्मिक नेता कठपुतली नेताओं द्वारा किसानों के साथ विश्वासघात किया गया है। वे भाजपा के साथ साथ सिख विरोधी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ होने का दावा कर सिख जनता को गुमराह कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के मुख्यमंत्री लग्जरी खुशी के गुंबद पर रात का सत्र आयोजित कर रहे हैं, वे वास्तव में बीजेपी के सर्वक्षेष्ठ वक्ता हैं। सरदार बादल ने कहा कि ये तथाकथित पंथक नेता भी लोगों के सामने उजागर हो रहे हैं’’।
पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई यह जानना चाहता है कि लोकतंत्र में नेताओं द्वारा जनता के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए, तो मात्र एक बात पर विचार करना होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने अपने कार्यकाल में 24 घंटे लोगों के बीच रहे । अकाली नेता ने कहा कि खुद कांग्रेसी भी ‘पहुंच से बाहर मुख्यमंत्री’ के बारे में खुलकर बात करते रहते हैं, कि वे अपने ही मंत्रियों से नही मिलते हैं’।