Navjot Kaur Sidhu : पंजाब कांग्रेस में मची कलह अब आर-पार की लड़ाई में बदल गई है। नवजोत कौर सिद्धू के “500 करोड़ में सीएम कुर्सी” वाले बयान ने ऐसा सियासी भूचाल ला दिया कि पार्टी ने देर शाम बड़ा फैसला ले लिया। पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया है।
यह विवाद तब गहराया जब नवजोत कौर ने न केवल सीएम पद की बोली लगने का दावा किया, बल्कि राजा वड़िंग पर भी पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप मढ़ दिया।
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) December 8, 2025
‘500 करोड़ का बम और सस्पेंशन’
डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के बयानों ने पार्टी के भीतर हड़कंप मचा रखा था। उन्होंने एक मीडिया चैनल पर साफ कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान राजा वड़िंग ने 5 करोड़ रुपए में कौंसलर की टिकटें बेची हैं। उनका आरोप था कि अमरिंदर राजा वड़िंग, चरणजीत चन्नी, सुखजिंदर रंधावा और प्रताप सिंह बाजवा खुद सीएम बनना चाहते हैं और इसी महत्वाकांक्षा में वे कांग्रेस को खत्म करने में लगे हुए हैं। इन गंभीर आरोपों के बाद ही सस्पेंशन का ऑर्डर जारी किया गया।
‘रंधावा का पलटवार: पिता तक पहुंची बात’
नवजोत कौर के आरोपों पर पूर्व डिप्टी सीएम और सांसद सुखजिंदर रंधावा बुरी तरह भड़क गए। उन्होंने पलटवार करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू के पिता तक को घसीट लिया। रंधावा ने तीखा सवाल पूछा कि, “आपके पति (नवजोत सिद्धू) कांग्रेस सरकार में नंबर टू मिनिस्टर बनने के लिए कितने रुपए देकर आए थे? पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनने के लिए कितने पैसे दिए थे?”
रंधावा यहीं नहीं रुके, उन्होंने यहां तक पूछ लिया कि सिद्धू के पिता भी एडवोकेट जनरल (AG) बने थे, क्या वो भी पैसे देकर ही बने थे? रंधावा ने कहा कि कांग्रेस को विपक्ष से नहीं, बल्कि ऐसे ही लोगों से खतरा है।
‘बयान पर यू-टर्न की कोशिश’
विवाद बढ़ता देख सोमवार सुबह नवजोत कौर ने अपने 500 करोड़ वाले बयान पर यू-टर्न लेने की कोशिश की। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके सीधे-साधे बयान को गलत मोड़ दिया गया। नवजोत कौर ने कहा कि जब उनसे पूछा गया कि क्या नवजोत सिद्धू किसी दूसरी पार्टी से सीएम चेहरा बन सकते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया था कि “हमारे पास सीएम पद के बदले देने के लिए पैसे नहीं हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उनसे कभी पैसे नहीं मांगे, लेकिन सीएम वही बनता है जो 500 करोड़ की अटैची देता है। हालांकि, इस सफाई के बावजूद हाईकमान ने उनके बयानों को गंभीरता से लिया।
‘भाजपा ने लिए मजे: पुरानी फाइलें खुलीं’
कांग्रेस की इस अंदरूनी कलह का भाजपा ने पूरा फायदा उठाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस में संगठन स्तर पर भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। उन्होंने मार्गरेट अल्वा की किताब का हवाला देते हुए याद दिलाया कि कैसे 2008 के कर्नाटक चुनावों में सीटों की खुली बोली लगने की बात सामने आई थी।
वहीं, पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में एक मुख्यमंत्री ने 350 करोड़ रुपए देकर कुर्सी ली थी और कांग्रेस ने डाकू बैठाए हैं।
‘क्या है पृष्ठभूमि’
इस पूरे विवाद की शुरुआत तब हुई जब नवजोत कौर सिद्धू दो दिन पहले चंडीगढ़ में गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मिली थीं। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सिद्धू को प्रमोट नहीं होने दिया जा रहा क्योंकि पांच-पांच पूर्व सीएम पहले से बैठे हैं जो कांग्रेस को हराने में लगे हैं। इसी दौरान उन्होंने ‘500 करोड़ की अटैची’ वाला विवादास्पद बयान दिया था, जिस पर अब कार्रवाई हुई है।

‘मुख्य बातें (Key Points)’
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पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग ने नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से सस्पेंड किया।
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नवजोत कौर ने राजा वड़िंग पर 5 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया था।
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सुखजिंदर रंधावा ने पलटवार करते हुए सिद्धू के पिता के एजी बनने पर भी सवाल उठाए।
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नवजोत कौर ने सफाई दी कि उनके बयान को गलत समझा गया, लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी।






