The News Air- पंजाब के CM भगवंत मान ने राज्य पर चढ़े 3 लाख करोड़ के क़र्ज़े के संबंध में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि AAP सरकार इसकी जांच करेगी। यह पैसा कहां ख़र्च किया गया ? पिछली सरकारों ने यह क़र्ज़ छोड़ा था। यह क़र्ज़ कहां इस्तेमाल किया, इसकी जांच कर रिकवरी की जाएगी। यह लोगों का पैसा है।
मान के ऐलान से अब पंजाब में सरकार चलाने वाली पार्टियों कांग्रेस और अकाली दल की मुश्किल बढ़ सकती है। पंजाब में पिछले क़रीब 70 साल से कांग्रेस और अकाली दल की अगुवाई वाली ही सरकारें रही हैं।
सरकारी स्कूल-कॉलेज या अस्पताल नहीं बना तो क़र्ज़ा कहां गया?
CM मान ने कहा कि सब कहते हैं कि पंजाब पर 3 लाख करोड़ का क़र्ज़ा है। कैसे गारंटी पूरी करेंगे। मान ने कहा कि पिछले कई सालों से न तो पंजाब में कोई अस्पताल बना और न ही कोई सरकारी स्कूल-कॉलेज। कोई नई सरकारी यूनिवर्सिटी भी नहीं बनी। जो पहले की बनी हैं, वह भी घाटे में चल रही हैं। सड़कें भी प्राइवेट कंपनियों ने बनाई हैं। फिर क़र्ज़ा कहां गया?
कुछ पहाड़ियों में पड़ा क़र्ज़ा, सब रिकवर करेंगे
यह क़र्ज़ा कुछ पहाड़ियों की जड़ों में पड़ा है। मुझे पता है कि क़र्ज़ा कहां-कहां है? इसकी हमें रिकवरी करनी है। यह पैसा लोगों का है। हम इसे यह कहकर नहीं छोड़ सकते कि जो हो गया, सो हो गया। मान ने कुछ दिन पहले पंजाब में हर घर को प्रति महीने 300 यूनिट बिजली फ्री की घोषणा की थी। इस दौरान क़र्ज़ के ख़र्च का मुद्दा उठाया था।
मान सरकार ने भी मांगा केंद्र से पैकेज
कुछ दिन पहले CM भगवंत मान ने भी केंद्र सरकार से 2 साल में 1 लाख करोड़ का स्पेशल पैकेज मांगा था। मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाक़ात के बाद हर साल 50 हज़ार करोड़ रुपए की मांग की थी। हालांकि इसको लेकर ख़ूब सियासी विरोध भी हुआ। विरोधियों ने कहा कि आप का दावा था कि माफ़िया ख़त्म कर पैसा जुटाएंगे लेकिन अब ख़ुद भी क़र्ज़ा मांग रहे हैं।