CJI UU Lalit Retirement: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) यूयू ललित (UU Lalit) ने सोमवार को कहा कि उन्होंने CJI का पद संभालने के बाद किए गए वादों को काफी हद तक पूरा किया है। यूयू ललित ने इस साल 27 अगस्त को भारत चीफ जिस्टस का पद संभाला था।
भारत के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित ने आज एक वकील और एक जज दोनों के रूप में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में 37 सालों तक काम करने की यादों को साझा किया।
यूयू ललित ने ये भी बताया कि उन्होंने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) और उनके पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ (YV Chandrachud) दोनों के साथ काम किया है।
उन्होंने बताया, “इस अदालत में मेरी यात्रा कोर्ट 1 में शुरू हुई। मैं बॉम्बे में प्रैक्टिस कर रहा था और फिर मैं यहां एक मामले को मेंशन करने आया था, जिसमें मैं भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश वाईवी चंद्रचूड़ के सामने पेश हुआ था।”
‘एक बहुत ही प्रतिष्ठित व्यक्ति के हाथ में सौंप रहा हूं कमान’
जस्टिस ललित ने कहा, “मेरी यात्रा इस अदालत से शुरू हुई और आज यह उसी अदालत में खत्म हो रही है। जिस व्यक्ति के सामने मैंने इस मामले को पेश किया, उन्होंने इस विरासत को दूसरे चीफ जस्टिस को सौंपा।”
उन्होंने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का जिक्र करते हुए कहा कहा, “अब मैं एक बहुत ही प्रतिष्ठित व्यक्ति और उसी व्यक्ति के पुत्र को ये कमान सौंपता हूं। यह मेरे लिए एक खूबसूरत अवसर है और मैं इससे बड़ा कुछ नहीं मांग सकता था।”
जस्टिस ललित कल रिटायर हो रहे हैं। वह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे।
जस्टिस चंद्रचूड़, अब भारत के नए मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, “आज हमारे यहां ललित परिवार की तीन पीढ़ियां हैं। मुख्य न्यायाधीश ललित के पिता, खुद मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित और उनकी अगली पीढ़ी।”
सुप्रीम कोर्ट में जजों के खाली पदों को भरने के लिए जस्टिस ललित की कोशिशों को रोक दिया गया था। तब जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस एसए नज़ीर ने एक लिखित प्रस्ताव को पब्लिश करके चार नियुक्तियों को मंजूरी देने के उनके कदम पर आपत्ति जताई थी।
भले ही सुप्रीम कोर्ट में उनका लंबा कार्यकाल रहा हो, लेकिन मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल केवल 74 दिनों का था। उन्होंने 27 अगस्त को CJI के पद शपथ ली थी।