CJI Surya Kant Delhi Pollution देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण लगातार लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है, और अब इसका असर देश की सबसे बड़ी अदालत, सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच चुका है। नए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) जस्टिस सूर्यकांत ने अपने पदभार संभालने के दूसरे ही दिन प्रदूषण की भयावहता पर एक गंभीर और सीधा संदेश दिया है।
कोर्टरूम में हंसी के बीच गंभीर संदेश
यह घटना मंगलवार को एक केस की सुनवाई के दौरान हुई। सीनियर एडवोकेट गोपाल शंकर नारायण अपनी दलीलें पेश कर रहे थे। तभी अचानक उनकी आवाज भारी हो गई और वे गले को साफ करते हुए बोले, “माय लॉर्ड मेरी आवाज चली गई है (सर, मेरा गला बैठ गया है)”।
इस पर कोर्टरूम में सन्नाटा छा गया, लेकिन सीजीआई सूर्यकांत ने तुरंत कहा, “हाँ, दिल्ली का यही हाल है“। सीजीआई साहब का यह जवाब सुनकर कोर्ट रूम में हंसी की लहर दौड़ गई, लेकिन यह सिर्फ मजाक नहीं था, बल्कि दिल्ली के उस भयानक प्रदूषण की याद दिलाने वाला था जो सबकी जिंदगी को मुश्किल बना रहा है।
प्रदूषण की भयावह स्थिति
सीजेआई साहब का यह कमेंट एक गंभीर संदेश था कि प्रदूषण इतना बेकार है कि कोर्ट के वकील तक की आवाज छीन ले रहा है।
-
AQI की स्थिति: दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 360 पार कर चुका है, जो ‘सिवियर प्लस’ कैटेगरी में है। सोमवार को यह 382 के पार था।
-
दैनिक जीवन पर असर: हवा इतनी खराब है कि सांस लेना भी मुश्किल हो चुका है। सड़कों पर घना कोहरा, विजिबिलिटी जीरो, स्कूल बंद, और कंस्ट्रक्शन रुका हुआ है, लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं हो रहा है।
इथियोपिया के ज्वालामुखी का असर
इस प्रदूषण में एक बाहरी कारक भी जुड़ गया है। इथियोपिया के डालो ज्वालामुखी के विस्फोट से निकली राख 14 किलोमीटर ऊंचाई तक पहुंची है।
-
IMD की जानकारी: आईएमडी (IMD) के मुताबिक, इस राख का थोड़ा असर गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पर पड़ सकता है।
-
अच्छी खबर: हालांकि, आज शाम तक यह माना जा रहा है कि राख भारत से दूर चली जाएगी।
मुख्य बातें (Key Points)
-
नए सीजीआई जस्टिस सूर्यकांत के सामने सुनवाई के दौरान एक वकील की आवाज बैठ गई, जिस पर उन्होंने कहा, “हाँ, दिल्ली का यही हाल है”।
-
यह कमेंट दिल्ली के प्रदूषण की भयावहता पर एक गंभीर संदेश था, जहां AQI 360 पार कर ‘सिवियर प्लस’ कैटेगरी में है।
-
दिल्ली का प्रदूषण इतना खराब है कि सड़कों पर घना कोहरा और विजिबिलिटी जीरो हो चुकी है।
-
प्रदूषण के संकट में इथियोपिया के डालो ज्वालामुखी से निकली राख के कारण भी दिल्ली-एनसीआर, गुजरात और राजस्थान पर थोड़ा असर पड़ा है।






