Justice Yashwant Verma Cash Scandal : जज यशवंत वर्मा (Justice Yashwant Verma) के घर से कथित तौर पर बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के मामले में भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) संजीव खन्ना (Sanjiv Khanna) ने एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने इस संवेदनशील मुद्दे पर तीन सदस्यीय इन-हाउस समिति द्वारा तैयार की गई जांच रिपोर्ट को राष्ट्रपति (President of India) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को भेजा है।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, भारत के मुख्य न्यायाधीश ने इन-हाउस प्रक्रिया के तहत इस रिपोर्ट को साझा किया है। इसके साथ ही उन्होंने जस्टिस यशवंत वर्मा से प्राप्त 06 मई 2025 की प्रतिक्रिया/पत्र को भी इस रिपोर्ट में संलग्न किया है। रिपोर्ट की तिथि 03 मई 2025 है, जो समिति द्वारा तैयार की गई थी।
सीजेआई (CJI) ने यह पत्र राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों को अलग-अलग भेजा है। इस मामले में न्यायपालिका की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। उल्लेखनीय है कि यह पूरा घटनाक्रम देश की न्यायिक व्यवस्था में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को लेकर गहरे सवाल खड़े कर रहा है।
इस प्रकरण से संबंधित यह रिपोर्ट और जस्टिस वर्मा का जवाब अब सर्वोच्च संवैधानिक पदों के पास है, जिससे आगे की कार्रवाई का रास्ता स्पष्ट हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट की इस पहल को न्यायिक पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
देश की न्यायिक साख को बनाए रखने के लिए CJI संजीव खन्ना का यह कदम एक मिसाल है। इस तरह की रिपोर्टिंग और प्रक्रिया यह भी सुनिश्चित करती है कि किसी भी स्तर पर जवाबदेही से बचा नहीं जा सकता।
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस रिपोर्ट के आधार पर क्या कदम उठाते हैं और क्या जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ किसी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई का रास्ता खुलेगा।