China-US Trade War को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा चीन, भारत और अन्य देशों पर नए टैरिफ (New Tariffs) लगाने के ऐलान के बाद, चीन ने खुली चुनौती दी है। चीन ने कहा कि अगर अमेरिका ने व्यापारिक युद्ध शुरू किया है, तो हम इसका अंत तक मुकाबला करेंगे।
चीन के अमेरिका स्थित दूतावास (Chinese Embassy in the US) ने कड़े शब्दों में कहा, “अगर अमेरिका को युद्ध चाहिए, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी अन्य रूप में हो, हम इसे अंत तक लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।” यह प्रतिक्रिया ट्रंप के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने 2 अप्रैल से भारत (India), चीन (China), ब्राजील (Brazil), मैक्सिको (Mexico) और कनाडा (Canada) सहित कई देशों पर टैरिफ शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
Donald Trump का बयान: ‘अब हमारी बारी है’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र (Joint Session of Congress) को संबोधित करते हुए कहा कि भारत, चीन और अन्य देशों द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ अन्यायपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “दशकों से दूसरे देशों ने हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है, अब हमारी बारी है।”
उन्होंने आगे कहा, “यूरोपीय संघ (European Union), चीन, ब्राजील, भारत, मैक्सिको और कनाडा – इन सभी ने हमारे उत्पादों पर भारी शुल्क लगाए हैं। अब अमेरिका उन देशों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा जिन्होंने हमें नुकसान पहुंचाया है।”
चीन की चेतावनी: ‘हम नहीं झुकेंगे’
चीन ने अमेरिका के इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजिंग (Beijing) का कहना है कि “अगर अमेरिका टैरिफ युद्ध शुरू करता है, तो हम भी अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर (Trade War) तेज हुआ, तो इसका असर वैश्विक बाजार (Global Market) पर पड़ेगा। दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में तनाव और बढ़ सकता है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ेगी।
क्या होगा आगे?
ट्रंप के टैरिफ नियम लागू होने के बाद अमेरिका और चीन के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना है। चीन पहले ही संकेत दे चुका है कि वह जवाबी कार्रवाई करेगा। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस व्यापारिक युद्ध का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कितना पड़ता है।