चंडीगढ़, 13 अक्टूबर (The News Air) लोकसभा सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने सोमवार को हरियाणा सरकार के उन चहेते अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की, जिनका नाम आईपीएस अधिकारी वाई पुरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था.
सांसद ने आज यहां दिवंगत आईपीएस अधिकारी के परिवार से मुलाकात की और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन अधिकारियो, जो हरियाणा सरकार की कृपा के पात्र हैं, के कारण उस सशक्त अधिकारी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को इन अधिकारियों को बचाने के बजाय तुरंत गिरफ्तार कर परिवार को न्याय दिलाना चाहिए. डॉ. चब्बेवाल ने कहा कि यह बेहद दुख की बात है कि बेदाग छवि वाले उच्च अधिकारी को सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि वह कमजोर और वंचित वर्ग से ताल्लुक रखते थे.
अनुसूचित जातियों के खिलाफ बढ़ती अत्याचारों को लेकर चिंता जताते हुए लोकसभा सांसद ने कहा कि जिस तरह एक वरिष्ठ अधिकारी को आत्महत्या के लिए मजबूर किया जाता है या कोई व्यक्ति भारत के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की कोशिश करता है, वह देश की हालात को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर स्थिति पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए क्योंकि यह संसद लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बन रहा है. डॉ. चब्बेवाल ने कहा कि अनुसूचित जाति समाज के खिलाफ इस तरह का कठोर रवैया पूरी तरह से अनुचित और अस्वीकार्य है.
लोकसभा सांसद ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह शर्मनाक है कि कुछ वरिष्ठ नौकरशाह वाई पुरन कुमार के परिवार को धमकी दे रहे हैं और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूरे देश का कमजोर और वंचित वर्ग इस संकट की घड़ी में वाई पुरन कुमार के परिवार के साथ खड़ा है. डॉ. चब्बेवाल ने कहा कि दिवंगत वाई पुरन कुमार के लिए न्याय की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक इस जघन्य अपराध के दोषियों को सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया जाता.”






