The News Air – (नई दिल्ली) पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बेअदबी की घटनाओं पर केंद्र ने पंजाब सरकार को अलर्ट जारी किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के सभी गुरुद्वारों, डेरों, मंदिरों के अलावा सभी धार्मिक स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि देश विरोधी तत्व पंजाब में धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश कर सकते हैं।
केंद्र को आशंका है कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल कर पंजाब में माहौल बिगाड़ा जा सकता है। बेअदबी जैसी घटनाओं से पंजाब का धार्मिक सद्भाव बिगाड़ा जा सकता है। केंद्र के इनपुट के बाद राज्य सरकार भी चौकन्नी हो गई है। जिसके बाद सभी धार्मिक स्थलों में CCTV कैमरे लगाने और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के आदेश दे दिए गए हैं।
ADGP ने भेजे अफ़सरों को आदेश
पंजाब के ADGP लॉ एंड ऑर्डर ने सभी पुलिस कमिश्नरों और SSP को धर्मस्थलों की सुरक्षा पुख़्ता करने का प्लान भेज दिया है। इसमें कहा गया है कि बेअदबी और उसके बाद पैदा हुए माहौल को देखते हुए ज़िलों के पुलिस प्रमुख ख़ुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करें। सभी धार्मिक स्थलों में CCTV कैमरे लगाने के साथ सुरक्षा कड़ी की जाए। कहीं से गड़बड़ी की सूचना मिलने पर तुरंत सख़्त क़दम उठाएं।
यह दी गई हिदायतें
धार्मिक स्थलों के मैनेजमेंट और अफ़सरों में तालमेल हो: गजेटेड अफ़सर या SHO अपने ज़िले और शहरों के धार्मिक स्थलों में जाएं और मैनेजमेंट को अपना फ़ोन नंबर दें और उनका नंबर भी लेकर रखें। ताकि ज़रूरत के वक़्त उनका आपस में बेहतर तालमेल रहे।
धर्मस्थलों में CCTV कैमरे लगें, लाइटिंग भी की जाए: सभी धार्मिक स्थलों पर CCTV कैमरे लगाए जाएं। ख़ास तौर पर सभी गुरुद्वारा साहिब में हर हाल में CCTV सर्विलांस सिस्टम हो। सभी CCTV कैमरे चालू हालत में हों। वहाँ रोशनी का भी पुख़्ता इंतज़ाम करें।
एंट्री और गुरुग्रंथ साहिब के स्थान की रिकॉर्डिंग हो: CCTV इस तरह से लगाए जाएं कि वह सभी एंट्री गेट से आने-जाने वालों की हर मूवमेंट को रिकॉर्ड कर सकें। इसके अलावा जहां पर पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश हो, वह जगह भी CCTV की निगरानी में हो। इन कैमरों को गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर नियमित तौर पर चेक करें। ये कैमरे लगातार चलने चाहिए।
रात के वक़्त हो पूरी रोशनी: CCTV के DVR में रिकॉर्डिंग की पर्याप्त क्षमता होनी चाहिए। इसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां कोई आसानी से देख न सके, ताकि कोई शरारती तत्व इसे नुक्सान न पहुंचा सके या फिर अपने साथ न ले जा सके। धार्मिक स्थलों के भीतर पूरी तरह रोशनी हो। ख़ासकर, गुरुद्वारा साहिब में रात के वक़्त लाइट का पूरा इंतज़ाम होना चाहिए।
गुरुद्वारों में गार्ड की तैनाती की जाए: सभी गुरुद्वारा साहिब में सुरक्षाकर्मी या गार्ड तैनात हों। जो पूरे परिसर की सुरक्षा करें। CCTV कैमरों के लिए बिजली का वैकल्पिक इंतज़ाम हो, ताकि अगर लाइट चली भी ज़ाती है तो कैमरे चलते रहें।
पुलिस कमिश्नर और SSP भी करें चेकिंग: पुलिस कमिश्नर और SSP नियमित तौर पर इनके काम को चेक करते रहें। कम से कम 30 दिन तक कैमरों की रिकॉर्डिंग रखी जाए। अगर कैमरों में कोई ख़राबी आती है या वह काम नहीं कर रहे, तो गुरुद्वारा साहिब की मैनेजमेंट तुरंत उसे ठीक करवाए। जब तक कैमरे ठीक होते हैं, तब तक सुरक्षाकर्मियों के ज़रिए नज़र रखी जाए।
धार्मिक स्थलों के पास पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए: पुलिस टीमें धार्मिक स्थलों पर जाकर इन कैमरों को चेक करते रहें। इसके अलावा सेवादारों को भी नज़र रखने को कहा जाए। धार्मिक स्थलों के बाहर रात के वक़्त पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
अमृतसर और कपूरथला में हुई हत्या
पंजाब में शनिवार को अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में बेअदबी की कोशिश हुई। जिसमें सिख संगत ने आरोपी को क़ाबू कर लिया। हालांकि, बाद में भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद रविवार सुबह कपूरथला के निजामपुर मोड़ गुरुद्वारे में भी बेअदबी की कोशिश के आरोप लगे। गुरुद्वारा प्रबंधकों ने कहा कि आरोपी युवक निशान साहिब की बेअदबी कर रहा था। उसे भी भीड़ ने पीटकर मार दिया था।
विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ी चिन्ता
पंजाब में जल्द चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर अब सरकार की चिन्ता बढ़ी हुई है। अमृतसर में हुई बेअदबी की घटना के तुरंत बाद पुलिस ने हाई अलर्ट कर दिया था। बेअदबी की 2 लगातार घटनाओं और उसमें आरोपी की हत्या के बाद पंजाब में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। अब पुलिस ऐसी कोई घटना नहीं होने देना चाहती, जिससे चुनाव वाले राज्य में किसी तरह से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े।