नई दिल्ली, 23 मई
सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों के अनुसार 12वीं की परीक्षा पर फैसला 30 मई को होगा। संकेत हैं कि यह परीक्षा रद्द नहीं होंगीं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और यूटी के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव समेत कई अधिकारी शामिल थे। राजनाथ ने 2 दिन के भीतर राज्यों को राय देने के लिये कहा है। सूत्रों के अनुसार बैठक में सीबीएसई ने कहा कि वह जून के आख़िरी हफ़्ते में परीक्षा करवा सकते हैं। वहीं माना जा रहा है कि परीक्षा होम सेंटर पर ही आयोजित की जाएगी और 12वीं की परीक्षा आब्जेक्टिव टाइप हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि पासवर्ड प्रटेक्टेड ई-पेपर सेंटर पर भेजा जाएगा मगर अभी यह अंतिम विकल्प नहीं है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को दोहराया कि सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द की जानी चाहिए। उन्होंने इस बारे में महीनों तक फैसला लटकाए रखने पर सरकार की आलोचना की। प्रियंका ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से पता चला है कि वायरस के नए स्वरूप के लिहाज से बच्चे सबसे कमजोर वर्ग में हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बच्चे घंटों तक सभी तरह के रक्षात्मक उपकरण पहनकर परीक्षाओं में बैठने के दबाव में पहले से ही हैं और उन्हें एक-एक दिन लटकाना ‘‘असंवेदनशील तथा अनुचित” है। उन्होंने कहा कि उनमें से कई ऐसे हो सकते हैं जिनके परिवार के सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हों और वे पहले ही तनाव से गुजर रहे हों। प्रियंका ने कहा, ‘‘मुझे ये परीक्षाएं कराने के पीछे की वजह समझ नहीं आ रही, न ही महीनों तक इस फैसले को लटकाने की वजह समझ आ रही है।”