चंडीगढ़, 10 नवंबर (The News Air): पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत होशियारपुर के सहायक लेबर कमिश्नर, हरप्रीत सिंह (पी.सी.एस.), और उनके कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर अल्का शर्मा के खिलाफ 30,000 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। इस मामले में, कंप्यूटर ऑपरेटर अल्का शर्मा को 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया गया, जिसे अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। दूसरे आरोपी, हरप्रीत सिंह पी.सी.एस.फरार हो गया है ।
इस संबंधी जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला कश्मीरी बाजार, होशियारपुर के दुकानदार रोहित चौहान की शिकायत पर दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने ब्यूरो के पास पहुंच कर बताया कि वह सुनार की दुकान चलाता है और उसने अपनी दुकान का नवीनीकरण करवाया था, जिसके लिए उसे सहायक लेबर कमिश्नर, होशियारपुर के कार्यालय से एक नोटिस प्राप्त हुआ था। इस संबंधी जब वह सहायक लेबर कमिश्नर के कार्यालय गया, तो वहां कंप्यूटर ऑपरेटर अल्का शर्मा ने उसे कहा कि आपको भारी जुर्माना लगेगा, लेकिन मैं इस नोटिस को अपने अधिकारी, सहायक लेबर कमिश्नर हरप्रीत सिंह से बात करके रफा-दफा करवा दूंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि उस समय अल्का शर्मा वह नोटिस लेकर हरप्रीत सिंह के कमरे में चली गईं और कुछ समय बाद उसने शिकायतकर्ता को भी अंदर बुलाया, जहाँ हरप्रीत सिंह (पी.सी.एस.) ने नोटिस को फाइल करने के बदले शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की मांग के दौरान हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग कर ली, जो उसने विजिलेंस ब्यूरो को सबूत के तौर पर पेश की।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम गठित कर शिकायतकर्ता, सरकारी और सरकारी गवाहों को लेकर एक जाल बिछाया, जिसके दौरान अल्का शर्मा, कंप्यूटर ऑपरेटर, को शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन सहायक लेबर कमिश्नर हरप्रीत सिंह उस समय कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी हरप्रीत सिंह (पी.सी.एस.), सहायक लेबर कमिश्नर होशियारपुर, को गिरफ्तार करने के लिए उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। इस मामले की और भी जांच जारी है।