The News Air- (नई दिल्ली) कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति प्रेम छलक रहा है। करतारपुर कॉरिडोर खोलने और कृषि क़ानून वापसी के बहाने अमरिंदर ने पीएम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कृषि क़ानून वापस लेकर पीएम ने साबित किया कि वे जनता की राय सुनते हैं। इसके उलट कांग्रेस चुनाव में लगातार फेल हो रही है।
कैप्टन ने कहा कि PM के फ़ैसले को सियासी कमज़ोरी से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। लोकतंत्र में लोगों की इच्छा पूरी करने वाला ही असली नेता है। कैप्टन इस बार पंजाब में भाजपा के साथ सीट शेयरिंग करके चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
मोदी ने पाक के मंसूबे फेल किए
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि युद्ध में पाकिस्तान कभी भारत से नहीं जीत सका। इसलिए वह किसानों के कंधों का इस्तेमाल कर भारत में अशांति फैलाना चाहता था। PM नरेंद्र मोदी ने कृषि क़ानून वापसी का क़दम उठाकर इस मंसूबे को फेल कर दिया।
मोदी का सिखों के प्रति विशेष लगाव
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि PM मोदी का सिखों के प्रति बड़ा लगाव है। सिख गुरुओं की शिक्षा का उन पर बड़ा प्रभाव है। इसलिए उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर खोला। वहीं सिखों के पहले गुरू श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व के विशेष दिन पर कृषि क़ानून वापसी की घोषणा की। इससे साफ़ है कि वह सिखों से बेहतर रिश्ता कायम करना चाहते हैं। पिछले साल वह दिल्ली के 2 गुरुद्वारों में माथा टेक चुके हैं।
कांग्रेस को जमकर कोसा
कैप्टन ने कांग्रेस पर ख़ूब निशाने साधे। कैप्टन ने कहा कि 2019 में CAA का विरोध हुआ, लेकिन दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को शून्य मिला। कोरोना लॉकडाउन के वक़्त कांग्रेस ने मज़दूरों की वापसी को मुद्दा बनाया, लेकिन बिहार में राजद के साथ सरकार नहीं बना सके। केरल में कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी, जबकि यहां वामपंथी और कांग्रेस बारी-बारी से सरकार बनाते रहे हैं। पुडुचेरी में कांगेस सत्ता से बाहर हो गई। बंगाल और असम में कांग्रेस साफ़ हो गई।
कांग्रेस पंजाब को अस्थिर करने में लगी रही
कैप्टन ने कहा कि इतनी शिकस्त के बाद भी कांग्रेस पंजाब को अस्थिर करने में लगी रही। यह एकमात्र राज्य था, जहां 2017 के बाद कांग्रेस हर चुनाव जीतती रही। कैप्टन तब पंजाब के सीएम थे और लोकसभा, विधानसभा उपचुनाव और स्थानीय चुनाव मे कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।
भाजपा ने लगातार सुधार किया
कैप्टन ने यह भी कहा कि कांग्रेस के मुक़ाबले भाजपा ने दिल्ली में स्थिति बरक़रार रखते हुए बिहार में भी बड़े दल के रूप में उभरकर सरकार बनाई। पुडुचेरी में चुनाव जीत लिया। यह सब कृषि क़ानूनों के विरोध के दौरान हुआ।
ज़्यादा तारीफ़ न करें कैप्टन, PM ने देरी से सुनी आवाज़ : मनजीत राय, किसान नेता
किसान नेता मनजीत राय ने कहा कि हम भी कह रहे हैं कि पीएम मोदी पंजाबियों के साथ अच्छा रिश्ता कायम करें। कृषि क़ानून को लेकर पीएम ने एक साल लगा दिया। असल में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चुनावी नुक्सान दिखा तो कृषि क़ानून वापसी की याद आई।
उन्होंने कहा कि कैप्टन को भी यह याद रखना चाहिए कि 700 किसानों ने इस आंदोलन में जान गंवाई है। पीएम ने बहुत देर की। हम तो पीएम को पंजाब से ही आवाज़ सुनाना चाहते थे, लेकिन दिल्ली बॉर्डर पहुंचने के बाद भी पीएम ने हमारी आवाज़ नहीं सुनी।