गुरु के बजाय अपराधियों के साथ खड़े होने वाले कैप्टन को पंजाबी कभी माफ नहीं करेंगे
चंडीगढ़, 29 अप्रैल
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा कि दुबई में बादल के साथ हुए समझौते ने मुख्यमंत्री Capt. Amarinder Singh के दिमाग को दूषित कर दिया है। कैप्टन सरकार बारगाड़ी बेअदबी और बहबल कलां व कोटकपूरा गोलीकांड मामले में दुबई समझौते के तहत काम कर रही है। उसका नतीजा सबके सामने है। दुबई समझौते के तहत ही बादल परिवार पर लगे श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और गोलीकांड के दाग धोए जा रहे हैं।
गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में, मान ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरु और गुरु के संगत के साथ खड़े होने के बजाय, अपराधियों के साथ खड़े हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में पंजाब के लोग इसके लिए कैप्टन को वैसा ही सबक सिखाएंगे, जैसा 2017 में बादल को सिखाया था।
मान ने कहा कि पंजाब के लोगों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बहुत आशा और विश्वास के साथ मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन उन्होंने बेअदबी और गोलीकांड के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मामले को लटकाने और दोषियों को बचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि कैप्टन को गुटका साहिब जी की शपथ लेकर गुरु साहिब के अपमान के दोषियों को बचाने की भारी कीमत चुकानी होगी।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा एसआईटी की रिपोर्ट खारिज करने के बाद, कैप्टन अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठकें करके लोगों को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उनकी सरकार के खिलाफ उपजे गुस्सा शांत हो सके। लेकिन सच्चाई यह है कि कैप्टन ने बादल के साथ हुए ‘दुबई’ समझौते का पालन करते हुए, बेअदबी और गोलीकांड मामले की फाइलें बंद कर दी है। क्योंकि हाईकोर्ट के फैसले के बाद, कैप्टन सरकार ने न तो डबल बेंच में अपील की और न ही सुप्रीम कोर्ट गए। यहां तक कि घोषणा करने के बाद भी नई विशेष जांच समिति (एसआईटी) का गठन नहीं हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। उन्होंने पंजाब के लोगों और खुद कांग्रेस विधायकों को भी आज तक नहीं बताया कि उन्होंने गुरु का अपमान और सिखों की हत्या के मामले में अभी तक क्या किया और अभी तक कितने दोषियों को दोषी ठहराया गया है? मान ने कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों से अपील की कि वे लोगों को बताएं कि उनकी सरकार ने इस मामले में अभी तक क्या कार्रवाई की है।