Parliament Budget Session 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (22 जुलाई) को विपक्ष से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश की सेवा करने की बड़ी अपील की। बजट सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ‘नकारात्मक राजनीति’ करने वाले विपक्षी दलों से ‘पिछली कड़वाहट को भुलाकर एक साथ आने’ की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। आज पूरे देश की नजर इस पर है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट सत्र के पहले दिन यानी आज संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश करेंगी। आर्थिक सर्वे से बजट 2024 को दिशा मिलने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने कहा, “मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, हमने किया, लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक इस्तेमाल करें। जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल सकते हैं, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भागीदारी करनी चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “यह गर्व की बात है कि 60 साल बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी…मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है। यह बजट अमृत काल का एक महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले 5 वर्षों की दिशा तय करेगा। यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का एक मजबूत आधार भी बनेगा।”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, “आज सावन का पहला सोमवार है। इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। आज पूरे देश की नजर इस पर है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “नई संसद के गठन होने के बाद जो पहला सत्र था, 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश किया उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। 2.5 घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का, उनकी आवाज को रोकने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता। इसका कोई पश्चाताप तक नहीं है।”
पीएम मोदी ने कहा, “… मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहता हूं कि गत जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था। किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। मैं सभी दलों से कहना चाहता हूं कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें। जनवरी 2029 के चुनावी साल में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे उन पांच साल की दिशा तय करेगा। ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा। हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है उसमें ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं। व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखें।” पीएम ने कहा कि पिछले सत्र में विपक्षी दलों ने कोशिश की कि मैं संसद में बोल न सकूं, लोकतंत्र में ऐसी रणनीति का कोई स्थान नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ दलों की नकारात्मक राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने संसद के समय का उपयोग अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए किया। पीएम मोदी ने कहा, “जनता ने फैसला दे दिया है, मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करूंगा कि वे अगले पांच साल तक देश के लिए साथ मिलकर लड़ें।” उन्होंने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण, निवेश, कामकाज भारत को परिभाषित करते हैं, यह अवसरों के शिखर पर है।