Budget 2025 : 1 फरवरी 2025 को Union Budget 2025 पेश होने वाला है, और हर साल की तरह इस बार भी आम जनता को इंतजार है कि क्या सस्ता होगा और क्या महंगा। सरकार बजट में Direct और Indirect Taxes का ऐलान करती है, जिससे कई प्रोडक्ट्स की कीमतों पर असर पड़ता है।
इस साल बजट में Petrol-Diesel, Medicines, Mobile Phones और Electronics की कीमतों में राहत मिलने की संभावना है। सरकार कुछ उत्पादों पर Import Duty (आयात शुल्क) और GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में बदलाव कर सकती है। आइए जानते हैं इस बार क्या हो सकता है सस्ता और किन चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं।
क्या Budget 2025 में Petrol-Diesel होगा सस्ता?
पेट्रोल और डीजल की कीमतें सीधे Excise Duty (उत्पाद शुल्क) और VAT (मूल्य वर्धित कर) पर निर्भर करती हैं।
✅ CII (Confederation of Indian Industry) ने सरकार से फ्यूल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है।
✅ अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाती है, तो पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है।
✅ यदि पेट्रोल-डीजल को GST के तहत लाने का फैसला होता है, तो सभी राज्यों में फ्यूल की कीमतें समान हो सकती हैं।
✅ हालांकि, सरकार GST से जुड़े फैसले बजट में नहीं बल्कि अलग मीटिंग में लेती है, लेकिन Budget 2025 में इस पर संकेत मिल सकते हैं।
क्या दवाइयां होंगी सस्ती?
पिछले बजट में सरकार ने कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली तीन दवाओं पर Custom Duty (सीमा शुल्क) से छूट दी थी।
📌 इस साल, सरकार Diabetes (मधुमेह), Heart Disease (हृदय रोग) और Critical Illness Medicines पर टैक्स में कटौती कर सकती है।
📌 सरकारी योजनाओं के तहत सस्ती Generic Medicines उपलब्ध कराने के लिए नए प्रावधान हो सकते हैं।
📌 दवाइयों पर GST दरें कम करने की भी उम्मीद है।
क्या Mobile और Charger होंगे सस्ते?
इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पिछले बजट में Mobile और Charger पर Custom Duty घटाकर 15% कर दी थी।
📌 Budget 2025 में क्या हो सकता है?
✅ मोबाइल फोन और चार्जर पर और अधिक टैक्स छूट मिल सकती है।
✅ Semiconductor Industry (सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री) के लिए बड़ी राहत की उम्मीद है, जिससे मोबाइल और लैपटॉप सस्ते हो सकते हैं।
✅ Electronics Manufacturing (इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग) को बढ़ावा देने के लिए नए इंसेंटिव आ सकते हैं।
किन सेक्टर्स पर होगा सरकार का फोकस?
Budget 2025 में सरकार का फोकस Economic Growth (आर्थिक विकास), Inflation Control (महंगाई नियंत्रण) और Employment Generation (रोजगार सृजन) पर रहेगा।
📌 इन सेक्टर्स को मिलेगी प्राथमिकता:
✔ Infrastructure (इन्फ्रास्ट्रक्चर) – रेलवे, हाईवे और मेट्रो प्रोजेक्ट्स पर अधिक बजट।
✔ Aviation (एविएशन) – एयरपोर्ट्स और हवाई यात्रा से जुड़े नए प्रोजेक्ट्स।
✔ Healthcare (हेल्थकेयर) – सरकारी अस्पतालों में बेड और सुविधाओं में वृद्धि।
✔ Hospitality (हॉस्पिटैलिटी) – टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं।
✔ Data Centers (डेटा सेंटर) – डिजिटल इंडिया को सपोर्ट करने के लिए नई टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट।
क्या महंगा होगा?
📌 Luxury Items (लक्जरी उत्पाद) – महंगी कारें, परफ्यूम, घड़ियां और इम्पोर्टेड सामान महंगे हो सकते हैं।
📌 Cigarettes & Tobacco (सिगरेट और तंबाकू उत्पाद) – तंबाकू पर टैक्स बढ़ सकता है।
📌 Alcohol (शराब) – राज्य सरकारें बजट के बाद शराब पर टैक्स बढ़ा सकती हैं।