चंडीगढ़, 28 अक्टूबर (The News Air)
BJP ने पंजाब विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। इसके लिए पार्टी ने ‘नवां पंजाब- भाजपा दे नाल’ (नया पंजाब, भाजपा के साथ) का नारा दिया है। चंडीगढ़ पहुंचे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने इसका पोस्टर जारी किया। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह का स्वागत करने और आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के लिए केंद्र सरकार के तैयार होने की बात कही। उन्होंने ये भी कहा कि किसान किसी दुराग्रह से प्रेरित न होकर बराबरी से बात करें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंजाब में भाजपा सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अगले चुनाव में पंजाब में कमल खिला BJP इतिहास रचेगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह से समझौते पर शेखावत ने कहा कि जो भी उनकी विचारधारा के साथ है और उनके लक्ष्य पूरा करने में साथ है, वे बांहे फैलाकर उनका स्वागत करेंगे।
किसानों के कंधों पर रख बंदूक चलाई जा रही
किसान आंदोलन की चुनौती पर शेखावत ने कहा कि कुछ लोग निजी स्वार्थ और राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा के लिए किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं। किसानों के फायदे के लिए ही केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया। इसमें भूमि सुधार, उपज बढ़ने और उनकी आमदनी के अलग-अलग साधन बनने पर जोर दिया गया है।
इससे देश के अधिकतर किसान खुश हैं। फिर भी वे नहीं चाहते कि एक भी अन्नदाता नाराज हो। इसलिए केंद्र सरकार के बातचीत के दरवाजे खुले हैं। केंद्र सरकार भी चाहती है कि इसका जल्दी हल निकले। पंजाब में किसान आंदोलन की चुनौती पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि किसान अपने हित की बात को समझेंगे।
नशा, माफिया राज और भ्रष्टाचार खत्म करेंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंजाब में फैले ड्रग्स, माफिया राज और भ्रष्टाचार को भाजपा ही खत्म करेगी। पंजाब के लोग अब कलह में फंसकर टुकड़ों में बिखरी कांग्रेस पर भरोसा नहीं करेंगे। वहीं, अकाली दल और आम आदमी पार्टी से भी पंजाब के लोग निराश हैं। इसलिए अब भाजपा पूरी तरह से नशा, भ्रष्टाचार और माफिया मुक्त पंजाब बनाएगी।
BSF मुद्दे पर हो रही राजनीति
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के मुद्दे पर राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि अब आतंकी नई तकनीक से ड्रोन के जरिए हथियार और नशा भेज रहे हैं। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी यह बात कही। इसलिए BSF को यह अधिकार दिया गया। जो लोग कह रहे हैं कि 50 किमी से राज्य में हस्तक्षेप होगा, वो बताएं कि पहले 15 किलोमीटर के अधिकार से क्या कोई हस्तक्षेप होता था।
पंजाब और पंजाबियों के लिए किए काम गिनाए
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि 1984 में हुए दंगों के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाकर मोदी सरकार ने इसे पूरे अंजाम तक पहुंचाया। करतारपुर साहिब कॉरिडोर भी मोदी सरकार की वजह से खुल सका। 1984 से 2014 तक काली सूची में डाले पंजाबियों को पीएम नरेंद्र मोदी ने हटवाया। लंगर पर GST खत्म की और बठिंडा में एम्स और अमृतसर में IIM दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से काम हैं, जो पीएम मोदी ने पंजाब और पंजाबियों के लिए किए हैं।
अनुसूचित जाति के CM पर कुछ नहीं बोले
भाजपा ने पहले कहा था कि पंजाब में उनकी सरकार बनी तो मुख्यमंत्री किसी अनुसूचित जाति के नेता को बनाएंगे। इस पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करता है। उनके पास इस बारे में बोलने का अधिकार नहीं है।
अरूसा को बताया निजी मामला
केंद्रीय मंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम को लेकर मचे सियासी घमासान पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत मामला है। वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते।
रात से लेकर दोपहर तक चला मंथन
पंजाब में चुनावी तैयारियों को लेकर पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत, सह प्रभारी हरदीप पुरी और मीनाक्षी लेखी बुधवार शाम को ही चंडीगढ़ पहुंच गए। उनके साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, सह प्रभारी सांसद विनोद चावड़ा भी थे।
राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम, तरूण चुघ, डॉ. नरेंद्र सिंह रैना, प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और वरिष्ठ नेता विजय सांपला के अलावा राज्य से लेकर जिला स्तर के नेताओं से मीटिंग की गई। इसके बाद कोर कमेटी की भी मीटिंग की जा रही है।
अकाली दल से अलग होकर पहली बार लड़ेगी भाजपा
पंजाब में इस बार भाजपा अकाली दल से अलग होकर चुनाव लड़ रही है। कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन के मुद्दे पर अकाली दल ने गठजोड़ तोड़ दिया था। पंजाब के भीतर भाजपा को किसानों का उग्र विरोध झेलना पड़ रहा है। उनके एक विधायक के कपड़े फाड़े जा चुके हैं तो कई वरिष्ठ नेताओं को किसानों ने बंधक तक बना लिया था। ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में भाजपा में चुनाव को लेकर बड़ा मंथन किया जा रहा है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का मिलेगा सहारा
भाजपा के लिए बड़ा दांव कैप्टन अमरिंदर सिंह का चेहरा है। कांग्रेस ने सीएम की कुर्सी से हटाया तो अमरिंदर नई पार्टी बना रहे हैं। वह पहले भी कह चुके हैं कि वे किसान आंदोलन को हल करवा BJP से सीट शेयरिंग करेंगे।
कैप्टन जल्द दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिल रहे हैं। इसमें किसान आंदोलन को हल करने पर बात होगी। अगर कैप्टन किसान आंदोलन हल करवाने का क्रेडिट ले जाते हैं तो फिर बीजेपी उनके सहारे पंजाब चुनाव में मजबूती से लड़ाई लड़ सकती है।