BJP vs Congress Bank Details: राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद और कोषाध्यक्ष अजय माकन ने देश के दो सबसे बड़े राजनीतिक दलों के बैंक बैलेंस के आंकड़े पेश कर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। माकन ने दावा किया कि 2024 के चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बैंक खातों में कांग्रेस के मुकाबले 75 गुना ज्यादा पैसा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए ‘लेवल प्लेइंग फील्ड’ यानी सभी दलों के लिए समान अवसर न होने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया।
आंकड़ों का खेल: कैसे बढ़ता गया भाजपा का खजाना
अजय माकन ने सदन में एक के बाद एक कई आंकड़े पेश किए, जो चौंकाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि साल 2004 में भाजपा के बैंक अकाउंट में 88 करोड़ रुपये थे, जबकि कांग्रेस के पास 38 करोड़ रुपये थे। उस समय भाजपा के पास कांग्रेस से लगभग दोगुना पैसा था। 2009 में कांग्रेस की सरकार थी और उसकी ताकत ज्यादा थी, तब कांग्रेस के पास 221 करोड़ और भाजपा के पास 150 करोड़ रुपये थे। यानी कांग्रेस का फंड भाजपा से 1.47 गुना ज्यादा था।
2014 के बाद बदली तस्वीर
असली बदलाव 2014 के बाद देखने को मिला, जब केंद्र में भाजपा की सरकार आई। माकन ने बताया कि 2014 में भाजपा के खाते में 295 करोड़ रुपये थे, लेकिन 2019 तक आते-आते यह रकम बढ़कर 3,562 करोड़ रुपये हो गई। महज पांच सालों में भाजपा का बैंक बैलेंस 11 गुना बढ़ गया। वहीं, 2019 में कांग्रेस के पास सिर्फ 315 करोड़ रुपये थे।
2024 का चौंकाने वाला आंकड़ा
माकन ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि भाजपा के खातों में 11,107 करोड़ रुपये जमा हैं, जबकि कांग्रेस के पास महज 133 करोड़ रुपये हैं। इसका मतलब है कि भाजपा के पास कांग्रेस से 75 गुना ज्यादा पैसा है। माकन ने सवाल उठाया कि 99:1 के इस अनुपात में विपक्ष सत्ताधारी पार्टी का मुकाबला कैसे कर सकता है? उन्होंने कहा कि यह आंकड़े चीख-चीख कर गवाही दे रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र की जननी शायद अब जीवित नहीं है।
कांग्रेस के खाते फ्रीज करने का आरोप
माकन ने यह भी आरोप लगाया कि 2024 के चुनाव घोषित होने से ठीक एक महीना पहले, 13 फरवरी को कांग्रेस के सारे बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। चुनाव आयोग को लिखने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। इनकम टैक्स विभाग ने 110 करोड़ और 210 करोड़ के नोटिस भेजे और खाते सील होने के बाद चुनाव के दौरान 135 करोड़ रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख विपक्षी दल इस तरह कैसे चुनाव की तैयारी कर सकता है?
उद्योगपतियों पर दबाव का दावा
माकन ने बताया कि एक कोषाध्यक्ष होने के नाते जब उन्होंने बड़े उद्योगपतियों और बिजनेसमैन से बात की, तो उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस को चंदा नहीं दे सकते। उद्योगपतियों का कहना था कि जैसे ही वे कांग्रेस को पैसा देते हैं, उनके पीछे ईडी (ED) और आईटी (IT) जैसी एजेंसियां लगा दी जाती हैं, जिससे वे कोई काम नहीं कर पाते। माकन ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है और एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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अजय माकन ने दावा किया कि 2024 में भाजपा के बैंक में 11,107 करोड़ और कांग्रेस के पास सिर्फ 133 करोड़ रुपये हैं।
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2014 से 2019 के बीच भाजपा का बैंक बैलेंस 295 करोड़ से बढ़कर 3,562 करोड़ हो गया।
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माकन ने चुनाव से पहले कांग्रेस के खाते फ्रीज करने और पैसे निकालने का आरोप लगाया।
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उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को ईडी और आईटी का डर दिखाकर कांग्रेस को चंदा देने से रोका जा रहा है।






