नई दिल्ली, 19 दिसंबर (The News Air): आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने पर गुरुवार को भी भाजपा पर हमलावर रहे। वह मंदिर मार्ग स्थित भगवान बाल्मीकि मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की और यहां एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया है। इसलिए जो बाबा साहब से करे प्यार, वो भाजपा से करे इन्कार। मैं बाबा साहब को अपना आदर्श मानता हूं और उनका अपमान करने वाली भाजपा का हर स्तर पर विरोध करूंगा। अमित शाह ने बाबा साहब को लेकर जो कहा, वह बेहद पीड़ादायक है और मोदी जी का उनका समर्थन करना बाबा साहब के प्रति भाजपा की भावनाओं को बताता है। बाबा साहब हमारे लिए भगवान हैं। हम उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब यह चुनने वक्त आ गया है कि बाबा साहब से प्यार करने वाला भाजपा से प्यार नहीं कर सकता। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन, सांसद संजय सिंह व राघव चड्ढा, मंत्री इमरान हुसैन व मुकेश अहलावत, विधायक दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान और कुलदीप कुमार समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
अमित शाह के कहने के लहजे से लग रहा था कि वह बाबा साहब से कितनी नफरत करते हैं?- केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि संसद इस देश की सबसे बड़ी पंचायत है। जहां पूरे देश के लोग जाकर बैठते हैं और देश की समस्याओं पर चर्चा करते हैं। मंगलवार की शाम संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहब डॉ. अंबेडकर पर एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि अंबेडकर-अंबेडकर कहना आजकल एक फैशन हो गया है, इतनी बार अगर भगवान का नाम लोगे तो सात जन्म तक स्वर्ग मिलेगा। यह शब्द अपने आप में बहुत पीड़ादायक थे। यह बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने वाले शब्द थे। जिस लहजे में अमित शाह ने यह कहा, ऐसे लग रहा था कि उनके अंदर बाबा साहब के प्रति भारी नफरत भरी पड़ी है। उनके लहजे से लग रहा था कि वो बाबा साहब अंबेडकर से कितनी नफरत करते हैं। एक बार मुझे लगा कि शायद उनके मुंह से अनायास निकल गया होगा। लेकिन अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह के बयान का समर्थन किया। मोदी जी अगर कह देते कि मैं इससे सहमत नहीं हूं तो हम मान लेते कि अमित शाह के मुंह से निकल गया होगा। वहीं, बुधवार शाम को अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी बात को सही ठहराया। इससे यह पता चलता है कि इन्होंने जानबूझकर सोच-समझकर एक रणनीति के तहत पूरे देश को संदेश देने के लिए कही थी कि बाबा साहब अंबेडकर के लिए उनकी क्या भावना है?
पूरी दुनिया में नाम रौशन करने वाले बाबा साहब का भाजपा ने अपमान किया- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं अपने आपको बाबा साहब अंबेडकर का केवल प्रशंसक ही नहीं बल्कि उनका भक्त मानता हूं। मैंने पहले भी उनके बारे में बहुत पढ़ा। लेकिन जब मैं जेल गया तो मैंने उनकी जीवनी कई बार पढ़ी। उनका जीवन पढ़ने से बहुत प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जितना संघर्ष किया है, ऐसे बहुत कम लोग हैं। एक मामूली सा आदमी संघर्ष करके इतनी ऊंचाईयों पर पहुंच गया कि अमेरिका की यूनिवर्सिटी ने उन्हें पूरी सदी का सबसे बड़ा विद्वान घोषित किया है कि पिछले सौ साल में ऐसा विद्वान नहीं हुआ। उन्होंने पूरी दुनिया में नाम रौशन किया है। ऐसे व्यक्ति का इन लोगों ने अपमान किया।
‘‘आप’’ सरकार ने दिल्ली-पंजाब में सभी सरकारी कार्यालयों में बाबा साहब और भगत सिंह की तश्वीरें लगाना अनिवार्य किया है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी में हम लोग दो महानुभावों बाबा साहब अंबेडकर और भगत सिंह को अपना आदर्श मानते हैं। ऐसा नहीं है कि हम दूसरों को आदर्श नहीं मानते हैं। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस जैसे बहुत सारे स्वतंत्रता सेनानी हैं, उन सब को भी हम आदर्श मानते हैं। लेकिन हम बाबा साहब अंबेडकर और भगत सिंह को सबसे ज्यादा आदर्श मानते हैं। हमने दिल्ली सरकार और पंजाब सरकार में आदेश पारित कर दिया है कि हर दफ्तर के अंदर इन दोनों की तस्वीर लगाई जाएगी। मेरी तस्वीर नहीं लगाई जाती। किसी भी सरकार के दफ्तरों में उसके मुख्यमंत्री की तस्वीर लगती है। केंद्र सरकार के किसी भी दफ्तर में जाओ तो वहां पर मोदी जी और राष्ट्रपति की तस्वीर मिलेगी। दिल्ली सरकार के दफ्तर में अरविंद केजरीवाल या आतिशी की तस्वीर नहीं मिलेगी। वहां पर बाबा साहब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर मिलेगी। मैं जिस घर में रहता हूं, वहां पर भी बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर लगी है। हम उन्हें इतना मानते हैं। दिल्ली सरकार के सारे स्कूलों के अंदर हमने बाबा साहब के जीवन को पढ़ाना शुरू कर दिया, ताकि हर बच्चे को उनके जीवन से प्रेरणा मिल सके।
बाबा साहब से प्रेरणा लेकर ‘‘आप’’ की सरकार ने शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया है- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने सबसे ज्यादा तवज्जो शिक्षा को दी। उन्होंने बार-बार समाज के लोगों को कहा कि अपने बच्चों को पढ़ाओ, अच्छी शिक्षा दो, तभी समाज आगे बढ़ेगा। आज हमने सबसे ज्यादा तवज्जो शिक्षा को दी है। दिल्ली के सरकारी स्कूल इतने अच्छे कर दिए कि अब मेरे दलित समाज, वंचित, पिछड़े लोगों के बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं। मैंने 12वीं कक्षा तक शिक्षा फ्री कर दी है। हमारे समाज में भी बच्चे बहुत मेघावी हैं। लेकिन वो कॉम्पिटीशन के पेपर नहीं दे सकते थे, क्योंकि उसके लिए बहुत सारी फीस चाहिए। इसलिए हमने कहा कि आप अपने बच्चे का एडमिशन करा दो, कोचिंग की सारी फीस दिल्ली सरकार देगी। हमने दिल्ली के अंदर जय भीम योजना लागू की है। इसलिए अमित शाह का बयान सुनने के बाद मेरी भावना बुरी तरह आहत हुई। मैं समझता हूं कि मेरे जैसे करोड़ों लोग हैं, जिन्हें पीड़ा पहुंची होगी।
अगर बाबा साहब ने वोट का अधिकार नहीं दिलाया होता तो भाजपा वाले झुग्गियों में रहने नहीं जाते- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि इतना भगवान का नाम लोेगे तो सात जन्म में स्वर्ग मिल जाएगा। मैं उनको कहना चाहता हूं कि बाबा साहब अंबेडकर आधुनिक भारत के भगवान से कम नहीं हैं। वह आधुनिक भारत के भगवान हैं। मुझे नहीं पता कि मरने के बाद स्वर्ग मिलता है या नहीं। लेकिन अगर बाबा साहब अंबेडकर नहीं होते और उन्होंने यह संविधान नहीं बनाया होता तो इस देश में वंचितों, पिछड़ों और दलितों का जीना मुश्किल हो जाता। उन्होंने हम लोगों को जीने का अधिकार दिया है। ये जो भाजपा वाले आजकल झुग्गियों में जा जाकर रह रहे हैं, इनका वहां जाने का मन नहीं करता है। ये मन से नहीं जाते बल्कि इनकी झुग्गियों में जाकर रहना मजबूरी है। क्योंकि बाबा साहब अंबेडकर का संविधान मजबूरी है। संविधान में उन्होंने वोट का अधिकार दिया है। जब संविधान बन रहा था, संविधान सभा के अंदर चर्चा हुई। चर्चा में बात उठी कि वोट का अधिकार किसको मिलना चाहिए। उसमें कई लोगों ने कहा कि वोट का अधिकार केवल पैसे वालों को मिलना चाहिए, गरीबों को नहीं मिलना चाहिए। कई लोेगों ने कहा कि वोट का अधिकार पढ़े-लिखे लोगों को मिलना चाहिए, अनपढ़ को नहीं। लेकिन बाबा साहब अंबेडकर संविधान सभा में अड़ गए। उन्होंने कहा कि हर नागरिक, चाहे पढ़ा लिखा हो, अनपढ़ हो, अमीर हो, गरीब हो, सबको वोट का अधिकार मिलेगा। आज झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले हर आदमी के पास वोट का अधिकार है। इसलिए भाजपा वाले जाकर झुग्गियों में रह रहे हैं। अगर बाबा साहब अंबेडकर ने वोट का अधिकार नहीं दिलाया होता तो ये लोग सारी झुग्गियां तोड़ देते।
भाजपा वाले हर चुनाव से पहले किसी दलित के घर खाना खाने जाने का नौटंकी करते हैं- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वाले हर चुनाव से पहले किसी दलित के घर में खाना खाने जाने का नौटंकी करते हैं। इनको दलितों, गरीबों, पिछड़ों से प्यार नहीं है, बल्कि उनके वोट से प्यार है। वोट का अधिकार बाबा साहब अंबेडकर ने दिया। जिस झुग्गी में इनका एक बड़ा नेता गया था। वहां से कुछ लोग मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने कहा कि आया था और 11 बजे निकल गया। फोटो खिंचवाई और थोड़ी देर हमारे बच्चों के साथ कैरम खेलने का नाटक किया। उसके बाद बिस्तर पर लेट गया और कहा कि मेरी फोटो खींच लो। उसके बाद अपने घर चला गया और सुबह 6 बजे फिर आ गया। यह इनका प्यार है। मुझे दूसरे एक और नेता का पता चला। मैंने सोशल मीडिया पर देखा। उसे दलितों, गरीबों, पिछड़ों को छूने में तकलीफ होती है। इन लोगों से उसे बदबू आती है। वो अपने हाथ से पट्टा लेता था, अपने साथी को देता था और उसका साथी पट्टा पहनाता था। उसे खुद पट्टा पहनाने में शर्म आती है। ये अपने हाथ से लोगों को पट्टा भी नहीं पहनाएंगे। दूसरे के हाथ से पट्टा पहनवाएंगे। अगर बाबा साहब ने दलितों, गरीबों, पिछड़ों को अगर वोट का अधिकार नहीं दिया होता तो फिर ये क्या हालत बनाते। ऐसी हालत बनाते कि लोग याद रखते। आज दलितों, गरीबों, पिछड़ों को पढ़ने का अधिकार मिला, उनके लिए स्कूल बनते हैं। क्योंकि बाबा साहब ने उन्हें अधिकार दिलवाया। वरना ये लोग पढ़ने नहीं देते। ये लोग दलितों, पिछड़ों को स्कूल में नहीं घुसने देते।
बाबा साहब हमारे भगवान हैं, इनकी हिम्मत कैसे हो गई हमारे भगवान के खिलाफ बोलने की, हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंग्रेजों के समय में बाबा साहब का जीवन उठाकर देख लो। जब बाबा साहब स्कूल जाते थे, इतनी छुआछूत थी। वह कक्षा में बैठने के लिए बोरी ले जाते थे। उन्हें कक्षा के बाहर बिठाते थे और कहते थे कि अंदर शिक्षक बोल रहा है, बाहर आवाज आएगी, उसे सुनकर पढ़ लेना। इतनी छुआछूत थी। आज हमारे भारत में यह छुआछूत खत्म नहीं होती, अगर बाबा साहब वोट दलितों, गरीबों, पिछड़ों को वोट का अधिकार नहीं देते। आज भी ये लोग दलितों, गरीबों, पिछड़ों को क्लास में नहीं घुसने देते, पानी नहीं पीने देते। इन लोगों को दलितों, गरीबों, पिछड़ों की परछाई से तकलीफ होेती, अगर बाबा साहब वोट का अधिकार नहीं देते। आज दलितों, गरीबों, पिछड़ों को सरकारी नौकरी मिलती है, विधायक, मंत्री बनते हैं। सिर्फ बाबा साहब के संविधान की वजह से। मैं अमित शाह से कहना चाहता हूं कि मुझे नहीं पता कि आपका भगवान कौन हैं? हमारे भगवान तो बाबा साहब अंबेडकर हैं। इन्होंने हमारे भगवान का अपमान किया है। ये सावरकर को मानते हैं। आप मानो। हमें कोई तकलीफ नहीं है। ये जिसको मर्जी अपना भगवान मानें। हम तो अपने बाबा साहब अंबेडकर को भगवान मानते हैं। हमने इनको कुछ नहीं बोला। इनकी हिम्मत कैसे हो गई हमारे भगवान के खिलाफ बोलने की? हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम इसका बदला लेंगे। मैं चुप नहीं बैठूंगा। मैं घर-घर जाऊंगा। घर-घर जाकर लोगों को इकट्ठा करूंगा। अब वक्त आ गया है। लोगों को चुनना पड़ेगा। अब बाबा साहब से प्यार करने वाला आदमी भाजपा से प्यार नहीं कर सकता। या तो बाबा साहब से प्यार करते हो, या भाजपा से प्यार करते हो। कोई यह कहे कि मैं बाबा साहब से प्यार करता हूं और भाजपा को वोट देता हूं, यह नहीं हो सकता है। इसका मतलब वह झूठ बोल रहा है। जो बाबा साहब से करें प्यार, वो भाजपा को करे इनकार।
बाबा साहब का अपमान करने वाली भाजपा को इस बार दिल्लीवाले दिल्ली से भगाएंगे- संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि किस तरह भाजपा और देश के गृह मंत्री बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं। बाबा साहब के संविधान को तार-तार कर रहे है यह किसी से छिपा नहीं है। इनके मन की यह घृणा एक दिन की घटना नहीं है। आरएसएस की कोख से भाजपा का जन्म हुआ है, उस आरएसएस ने 11 दिसंबर 1949 को दिल्ली के रामलीला के मैदान में बाबा साहब और संविधान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इन्होंने पूरे देश में बाबा साहब के पुतले जलाए थे। यह ऐसी विचारधारा के लोग हैं जो हमेशा से बाबा साहब से घृणा करते रहे, समाज के वंचित, दलित, आदिवासियों से घृणा करते रहे। इन्होंने हमेशा आरक्षण, संविधान और दलितों को दिए जाने वाले अधिकारों का विरोध किया। आज इसी मानसिकता के गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहब का अपमान किया है। जो आज बाबा साहब का अपमान कर रहे हैं दिल्ली के लोग उन्हें इस बार दिल्ली से भगाएंगे। दिल्लीवाले इस अपमान का बदला लेंगे। देश के गृह मंत्री का अहंकार इतना बढ़ गया है कि वह सदन में खड़े होकर बाबा साहब का अपमान कर रहे हैं। मुझे पता नहीं सात जन्म स्वर्ग होता है या नहीं होता लेकिन बाबा साहब ने इस देश के गरीबों की जिंदगी को स्वर्ग बनाने के लिए संविधान लिखा। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार हिंदुस्तान की वह पहली सरकार थी जिसने दिल्ली के अंदर फैसला लिया कि बच्चों को बाबा साहब का संविधान पढ़ाया जाएगा। दिल्ली एक मात्र राज्य है जहां स्कूलों में भारत का संविधान पढ़ाया जाता है। जब 26 नवंबर 1949 को संविधान पास हो गया, तो 30 नबंवर को आरएसएस के नेता गुरु गोलवरकर ने ‘पांचजन्य’ में लेख लिखा था कि यह संविधान भारतीयता को नहीं दिखाया और यह भारतियों के खिलाफ है। इसी मानसिकता से अमित शाह और भाजपा निकले हैं।
आज हम मंत्री और विधायक बने हैं तो यह सब बाबा साहब की ही देन है- मुकेश अहलावत
इस दौरान कैबिनेट मंत्री मुकेश अहलावत ने कहा कि भाजपा ने बाबा साहब का अपमान किया है। आज हम मंत्री और विधायक बने हैं तो यह सब बाबा साहब की देन है। बाबासाहब ने हमारा ऐसा संविधान लिखा है कि आज हमें कमाने और पढ़ने का अधिकार है। हम राज्यसभा और लोकसभा में अपनी आवाज भी उठा सकते हैं, यह सब बाबा साहब की देन है। भाजपा के लोग हमारे भगवान का अपमान कर रहे हैं, जो सहन नहीं किया जाएगा। मैं कहता हूं कि दिल्ली के जितने भी दलित भाई हैं, भाजपा का बहिष्कार करें और बाबा साहब के अपमान का बदला लें। इन्होंने अपने मानसिकता बता दी है कि ये मनुवादी लोग हैं, जो बाबा साहेब को नहीं मानते हैं। मेरी सभी दलित भाइयों से विनती है कि इस बार के चुनाव में भाजपा को बिल्कुल दरकिनार कर दें।
केजरीवाल ने लोगों की दिलाई शपथ
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने लोगों को शपथ दिलाई कि भाजपा ने हमेशा बाबा साहब और उनके द्वारा लिखे गए संविधान का अपमान किया है। संसद में भाजपा ने बाबा साहब का घोर अपमान किया है। मैं बाबा साहब अंबेडकर जी को अपना आदर्श मानता हूं और इसीलिए शपथ लेता हूं कि मैं हर स्तर पर भाजपा का विरोध करूंगा। इस शपथ पर घर-घर जाकर लोगों से साइन करवाना है।