The News Air- पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 मतदान से पहले ही लोक इंसाफ़ पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन लगभग टूट गया है। अभी सूची आने के बाद इसकी औपचारिक घोषणा मात्र रह गई है। गठबंधन टिकटों को लेकर टूटा है। लोक इंसाफ़ पार्टी गठबंधन में 15 से लेकर 18 सीटें मांग रही थी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी बैंस बंधुओं को 5 सीटें दे रही थी, जिन पर बात नहीं बनी। अब बैंस बंधु गठबंधन से अलग होकर अपने ही स्तर पर फिर से चुनावी दंगल में उतरने के मूड में हैं।
लोक इंसाफ़ पार्टी के साथ एक पेंच यह भी फंसा था कि वह जहां-जहां से अपने नेताओं के लिए टिकटें मांग रहे थे, उन सभी स्थानों पर भाजपा पहले ही अपने उम्मीदवार तय कर चुकी है। भाजपा ने उन्हें दूसरे स्थानों पर अपने 5 कैंडिडेट देने का ऑफर दिया। लेकिन बैंस बंधु अपनी सीटें बढ़ाने पर अड़े रहे। इस पर दो दिन तक ख़ूब माथापच्ची भी हुई, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया और सीटों पर सहमति नहीं बन पाई। बता दें कि पंजाब विधानसभा में लोक इंसाफ़ पार्टी के दो ही विधायक हैं और दोनों समरजीत सिंह बैंस और बलविंद्र सिंह बैंस सगे भाई हैं।
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कैप्टन के साथ फंसा पेंच दूर हुआ
बता दें कि दो दिन तक केंद्रीय स्तर पर हुए मंथन के बाद अब कैप्टन अमरिंदर सिंह और संयुक्त अकाली दल के साथ लगभग सभी सीटों पर सहमति बन गई है। भाजपा ने अपने 70 प्रत्याशियों को पंजाब विधानसभा के चुनावी दंगल में उतारने का मन बनाया है। लेकिन बीच में 10 सीटों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पेंच फंसा हुआ था। लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार, ग्राउंड स्तर पर कार्यकर्ताओं से मंगवाई गई रिपोर्टों के बाद मसला हल हो गया है। बीच में से 5 सीटें लोक इंसाफ़ पार्टी को जानी थी, वह भी अब दोनों में बांटी जाएंगी।