नई दिल्ली, 09 अप्रैल (The News Air) आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की भाजपा सरकार और निजी स्कूलों के बीच सांठगांठ को लेकर बुधवार को बड़ा खुलासा किया। “आप” की वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने यह खुलासा करते हुए बताया कि बीते 6 अप्रैल, रविवार को दोपहर एक बजे दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद की उनके आवास पर दिल्ली के बड़े-बड़े प्राइवेट मालिकों के साथ बैठक हुई थी। बैठक में स्कूल मालिकों को भरोसा दिया गया है कि फीस वृद्धि पर स्कूलों के ख़िलाफ़ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा और कुछ समय बाद भाजपा की दिल्ली सरकार एक आदेश जारी कर निजी स्कूलों को हर साल 10 फीसद फीस बढ़ाने की खुली छूट दे देगी। उन्होंने शिक्षा मंत्री से सवाल किया कि क्या उनकी निजी स्कूल मालिकों के साथ बैठक हुई थी, क्या उन्हें हर साल 10 फीसद फीस बढ़ाने का आश्वासन दिया गया है और उन्होंने पैरेंट्स को धोखा देने के लिए निजी स्कूलों से कितने पैसे लिए हैं?
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली के निजी स्कूलों में फीस बढ़ने से वहां पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता में हाहाकार मची हुई है। कई स्कूलों ने 30 से 80 फीसद तक फीस अपनी बढ़ाई है। 40 डिग्री तापमान के अंदर बच्चों के माता-पिता फीस वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को एक महिला विरोध प्रदर्शन के दौरान बेहोश भी हो गई, लेकिन स्कूल संचालकों ने गेट नहीं खोला और ना उनकी बात सुनी। यह वही निजी स्कूल हैं, जिन्होंने भाजपा की जीत पर लड्डू बांट कर खुशियां मनाई थी। यह निजी स्कूल संचालक भाजपा की जीत पर इसलिए खुश थे, क्योंकि उनको पता था कि पिछले 10 साल से दिल्ली में पेरेंट्स के हक की सरकार चल रही थी और उन्हें अब पता चल गया है कि भाजपा की जीत से प्राइवेट स्कूल मालिकों की सरकार आ गई है।
आतिशी ने कहा कि मंगलवार को “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने तथ्यों के साथ बड़ा खुलासा किया कि किस तरह से प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत अरोड़ा भाजपा के पदाधिकारी हैं और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के चुनाव प्रचार में मुख्य भूमिका निभाई थी। भरत अरोड़ा ने दिल्ली चुनाव में भाजपा के लिए वोट मांगे थे। अब यह बिल्कुल स्पष्ट है कि भाजपा और निजी स्कूल मालिकों में सांठगांठ है और यह सांठगांठ भरत अरोड़ा के माध्यम से चलती है। पिछले 10 साल से यह निजी स्कूलों की एसोसियेशन फीस बढ़ाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार से लड़ती रही, अब उस निजी स्कूलों की एसोसिएशन की असलियत सामने आ गई है कि वह भाजपा की एसोसिएशन है। इन स्कूलों के मालिक न सिर्फ भाजपा के समर्थक हैं, बल्कि भाजपा के सदस्य भी हैं। इसी वजह से प्राइवेट स्कूलों की फीस बेतहाशा बढ़ रही है।
आतिशी ने कहा कि निजी स्कूलों और भाजपा के बीच सांठगांठ के संदर्भ में विश्वसनीय सूत्रों से हमें बड़ी जानकारी मिली है कि 6 अप्रैल, रविवार को दोपहर 1:00 बजे दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद के निवास पर प्राइवेट स्कूलों के साथ उनकी बैठक हुई है। इस बैठक में प्राइवेट स्कूलों मालिकों को आश्वासन दिया गया है कि फीस वृद्धि को लेकर उनके खिलाफ कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं होगी। निजी स्कूलों को बोला गया है कि अभी बच्चों के माता-पिता के प्रदर्शन और आम आदमी पार्टी द्वारा मुद्दा उठाने से फीस वृद्धि का मुद्दा गरम है, लेकिन यह मुद्दा ठंडा होते ही दिल्ली सरकार की तरफ से एक आदेश निकाला जाएगा, जिसमें दिल्ली के हर प्राइवेट स्कूल को हर साल 10 फीसद फीस बढ़ाने की खुली छूट दी जाएगी। दिल्ली के इतिहास में ऐसी खुली छूट निजी स्कूलों को कभी नहीं मिली है।
आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल से आम आदमी पार्टी की सरकार इन निजी स्कूल संचालकों से लड़ रही थी और निजी स्कूलों में फीस वृद्धि को कंट्रोल करके रखी थी। “आप” की सरकार इन प्राइवेट स्कूलों से कोर्ट में लड़ रही थी, सीएजी इंपैनल्ड ऑडिटर से इनकी ऑडिट करवा रही थी और अगर किसी स्कूल ने गलत फीस ले ली तो उसे वापस करवा रही थी। वहीं, आज भाजपा की सरकार द्वारा निजी स्कूलों को आश्वासन दिए जा रहे हैं कि जैसे ही मामला ठंडा होगा, आधिकारिक रूप से प्राइवेट स्कूलों को 10 फ़ीसदी फीस बढ़ाने की खुली छूट दी जाएगी।
आतिशी ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद से पूछा कि क्या 6 अप्रैल को रविवार के दिन दोपहर 1:00 उनके घर कोई बैठक हुई थी या नहीं हुई थी, जिसमें दिल्ली के बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल के मालिक और प्रबंधन के लोग आए थे। दूसरा सवाल यह है कि क्या प्राइवेट स्कूलों को आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही एक आदेश निकाला जाएगा जिसमें हर साल बिना किसी अनुमति और ऑडिट के 10 फ़ीसदी फीस बढ़ाने का अधिकार मिल जाएगा। तीसरी सवाल, दिल्ली के माता-पिता को इस तरह से धोखा देने के लिए आशीष सूद ने इन प्राइवेट स्कूलों से कितने पैसे लिए हैं, जो वह दिल्ली के माता-पिता को इतना बड़ा धोखा दे रहे हैं और उनको सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर रहे हैं। आशीष सूद इन सवालों के जबाव दिल्ली की जनता को दें।
आतिशी ने कहा कि अब यह बिल्कुल साफ हो गया है कि प्राइवेट स्कूल के मालिकों और भारतीय जनता पार्टी के बीच में सांठगांठ है और इस सांठगांठ के सूत्रधार एक्शन कमेटी ऑफ प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन और माउंट आबू ग्रुप ऑफ़ प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन भरत अरोड़ा हैं। अब प्राइवेट स्कूलों को आश्वासन भी दिया गया है कि आने वाले समय में सरकार औपचारिक रूप से प्राइवेट स्कूलों को मनमर्जी फीस बढ़ाने की खुली छूट दे देंगे। इसके लिए सरकार से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।