Bird Flu Alert: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और तेलंगाना (Telangana) में बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खतरा बढ़ता जा रहा है। आंध्र प्रदेश में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) की पुष्टि होने के बाद तेलंगाना सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। पोल्ट्री उद्योग पर इसका गंभीर असर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते चिकन की कीमतें गिरकर ₹30-₹50 प्रति किलोग्राम तक आ गई हैं।
बर्ड फ्लू की पुष्टि, सरकार की सख्ती
आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी (East Godavari) और पश्चिमी गोदावरी (West Godavari) जिलों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (NIHSAD), भोपाल की जांच में H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों को ‘रेड जोन’ घोषित कर दिया है और मुर्गियों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। तेलंगाना सरकार ने भी एहतियातन कदम उठाए हैं और पोल्ट्री उत्पादों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी है।
तेलंगाना में भी खतरा, निगरानी तेज
तेलंगाना के निजामाबाद (Nizamabad) और कामारेड्डी (Kamareddy) जिलों में बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत हुई है। हालांकि, अभी तक बर्ड फ्लू की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। तेलंगाना पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव साची घोष (Sachi Ghosh) ने कहा कि सरकार हालात पर कड़ी नजर रख रही है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पोल्ट्री व्यापारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे किसी भी संदिग्ध बीमारी की सूचना तुरंत दें।
चिकन की कीमतों में भारी गिरावट
बर्ड फ्लू के चलते चिकन की मांग में भारी गिरावट आई है, जिससे कीमतें कम हो गई हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में चिकन ₹250 प्रति किलोग्राम से गिरकर ₹150 प्रति किलोग्राम पर आ गया है, जबकि गोदावरी जिलों में यह ₹30-₹50 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। इंटरनेशनल एग कमीशन (International Egg Commission) के चेयरमैन चित्तूरी सुरेश (Chitturi Suresh) ने कहा कि पोल्ट्री उद्योग के लिए यह मुश्किल समय है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और पूरी तरह से पका हुआ चिकन और अंडे खाने की सलाह दी।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि H5N1 वायरस इंसानों में दुर्लभ मामलों में ही फैलता है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
चिकन और अंडों को अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं।
अस्वस्थ मुर्गियों से दूर रहें और पोल्ट्री फार्म में जाने से बचें।
किसी भी संदिग्ध स्थिति की तुरंत सूचना स्थानीय प्रशासन को दें।
बर्ड फ्लू पर सरकार की रणनीति
सरकार ने पोल्ट्री किसानों को उचित मुआवजा देने की योजना बनाई है ताकि वे नुकसान से उबर सकें। इसके अलावा, चिकन और अंडों की जांच के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। आंध्र प्रदेश में पोल्ट्री फॉर्मों को सैनिटाइज करने का काम भी तेज कर दिया गया है।
बर्ड फ्लू का असर तेलुगु राज्यों में तेजी से बढ़ रहा है। जहां एक ओर पोल्ट्री उद्योग संकट में है, वहीं चिकन की कीमतों में भारी गिरावट ने व्यापारियों को नुकसान पहुंचाया है। सरकार की ओर से सतर्कता बरती जा रही है, लेकिन आम जनता को भी सावधानी बरतनी होगी।