बिहार: चोरी या हत्या ही था मकसद?

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बिहार,16 जुलाई (The News Air): बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के पिता की हत्या ने पुलिस के सामने कई ऐसे सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें खुद पुलिस भी उलझ कर रह गई है. अभी तक साफ नहीं हो सका है कि यह वारदात किसने और क्यों की है. हालांकि एसपी दरभंगा ने अपने बयान में माना है कि यह वारदात चोरों ने अंजाम दिया है, लेकिन वह भी संबंधित सवालों पर चुप्पी साध जाते हैं. कहा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. उधर, खुद मुकेश सहनी भी इस मामले में फिलहाल कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं.

इस वारदात में सबसे बड़ा सवाल यह कि यदि यह वारदात चोरों ने अंजाम दिया है, तो चोर इतना बड़ा चाकू क्यों लेकर आए थे? इसी के साथ यह भी सवाल है कि घर का मेन गेट बंद था, क्या चोर चहारदीवारी लांघ कर घुसे या मकान के पिछवाड़े से छत पर और छत से सीढ़ियों के रास्ते नीचे कमरे तक आए? इन सभी सवालों को ध्यान में रखते हुए मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटना क्रम की जांच शुरू कर दी है. मंगलवार की सुबह मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की लाश की जांच की.

रात में 10 से 11 बजे की वारदात

फोरेंसिक टीम के मुताबिक घटना करीब 8 से नौ घंटे पहले की है. इस हिसाब से वारदात रात में 10 बजे से 11 बजे के बीच हुई होगी. फोरेंसिक टीम की इस आशंका को सही माने तो सवाल उठता है कि शाम ढलने के कुछ देर बाद ही चोर कैसे आ गए. जबकि उस समय तक आम तौर पर लोग जगे रहते हैं. इसी प्रकार दूसरा सवाल वारदात में इस्तेमाल चाकू को लेकर है. आशंका है कि यह चाकू कम से 10 से 11 इंच लंबे फल वाला हो सकता है. इस तरह के हथियार आम तौर पर कसाई इस्तेमाल करते हैं. इस तरह के हथियार नेपाल में सुरक्षा के लिए भी इस्तेमाल होते हैं. इसे खुखरी कहा जाता है.

फोरेंसिक रिपोर्ट से सामने आएगी वारदात की वजह

चूंकि इतना बड़ा चाकू रखने पर पकड़े जाने का खतरा रहता है, ऐसे में इसे कोई चोर क्यों लेकर चलेगा. इन सवालों के चलते आशंका है कि यह वारदात किसी रंजिश की वजह से भी हो सकता है. हालांकि खुद मुकेश सहनी ने बताया कि उनकी या उनके पिता की किसी से कोई रंजिश नहीं थी. एसपी दरभंगा के मुताबिक घटना से जुड़े सभी तथ्यों को गंभीरता से परखा जा रहा है और फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से हरेक तथ्य के मायने निकाले जा रहे हैं. मामले की फोरेंसिक जांच के बाद ही इस मामले में कुछ भी ठोस रूप से कहा जा सकता है.

पेट फाड़कर बेरहमी से हत्या

मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या बेरहमी से किया गया है. बदमाशों ने लंबे फल वाले चाकू से उनका पेट फाड़ दिया है. इससे उनकी अंतड़ियां तक बाहर आ गई है. पेट पर मारा गया चाकू उनकी पीठ से बाहर निकल आया है. यही नहीं, बदमाशों ने चाकू से मुकेश सहनी के हाथ, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों पर वार किया है. बदमाशों ने यह वारदात इस तरह से अंजाम दिया कि जीतन सहनी को संभलने का भी मौका नहीं मिला. वह जहां बैठे थे, वहीं ढेर हो गए.

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