Patna High Court Notice To MLA: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने भले ही भारी बहुमत के साथ सरकार बना ली हो, लेकिन चुनावी जंग अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। अब यह लड़ाई राजनीतिक मैदान से निकलकर पटना हाईकोर्ट की दहलीज तक जा पहुंची है। राज्य की चार विधानसभा सीटों के नवनिर्वाचित विधायकों की जीत को अदालत में चुनौती दी गई है। पटना हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इन विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इस कानूनी पेंच के बाद अब इन विधायकों की जीत के जश्न पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
इन 4 सीटों पर फंसा है पेंच
पटना हाईकोर्ट में जिन चार विधानसभा सीटों के चुनाव परिणामों को चुनौती दी गई है, उनमें टिकारी, मधुबनी, नरपतगंज और मोहिउद्दीननगर शामिल हैं।
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नरपतगंज: यहां से राजद उम्मीदवार मनीष यादव ने भाजपा की नवनिर्वाचित विधायक देवंती यादव के निर्वाचन को चुनौती दी है। जस्टिस शशिभूषण सिंह की एकल पीठ ने इस पर सुनवाई करते हुए विधायक को नोटिस जारी किया है।
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मधुबनी: इस सीट पर रालोसपा उम्मीदवार गणेश कुमार मेहरान ने रालोमो विधायक माधव आनंद की जीत पर सवाल उठाए हैं। जस्टिस अशोक कुमार पांडे की बेंच ने विधायक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
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मोहिउद्दीननगर: यहां राजद उम्मीदवार डॉ. इज्या यादव ने भाजपा उम्मीदवार राजेश कुमार सिंह की जीत को गलत बताया है।
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टिकारी: ‘हम’ (HAM) पार्टी के उम्मीदवार डॉ. अनिल कुमार ने राजद उम्मीदवार अजय कुमार की जीत के खिलाफ याचिका दायर की है।
हाईकोर्ट का सख्त रुख, जवाब तलब
अदालत ने इन याचिकाओं पर सुनवाई शुरू कर दी है और संबंधित विधायकों से जवाब मांगा है। याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गईं और परिणाम प्रभावित किए गए। अब इन सीटों का अंतिम फैसला कानूनी दांव-पेच और सबूतों पर निर्भर करेगा। अगर अदालत इन चुनौतियों को सही पाती है, तो नवनिर्वाचित विधायकों की सदस्यता खतरे में पड़ सकती है।
एनडीए की ऐतिहासिक जीत और विपक्ष का झटका
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 243 में से 202 सीटें जीतकर इतिहास रचा है। बीजेपी को 89 सीटें मिलीं, जबकि जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) ने भी शानदार प्रदर्शन किया। वहीं, महागठबंधन को महज 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा और कांग्रेस सिर्फ 6 सीटों पर सिमट गई। बीजेपी की इस प्रचंड जीत के पीछे यूपी मॉडल, सुशासन और माफिया विरोधी अभियान को मुख्य वजह माना जा रहा है।
जानें पूरा मामला
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद असंतुष्ट प्रत्याशियों और पार्टियों ने हार नहीं मानी है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) ने परिणामों के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका मानना है कि कई जगहों पर जीत का अंतर बहुत कम था और गिनती में गड़बड़ी की आशंका है। अब सबकी निगाहें पटना हाईकोर्ट की अगली सुनवाई पर टिकी हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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पटना हाईकोर्ट ने बिहार के 4 नवनिर्वाचित विधायकों को नोटिस जारी किया है।
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नरपतगंज, मधुबनी, मोहिउद्दीननगर और टिकारी सीटों के नतीजों को चुनौती दी गई है।
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राजद, हम और रालोसपा के उम्मीदवारों ने दायर की हैं याचिकाएं।
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जीत का अंतिम फैसला अब कोर्ट की सुनवाई और सबूतों पर निर्भर करेगा।






