Bihar Election Manifesto 2025 : बिहार चुनाव के लिए एनडीए (NDA) ने अपना घोषणापत्र (संकल्प पत्र) जारी कर दिया है। इसी के साथ, चुनावी वादों की जंग तेज हो गई है। एनडीए ने 1 करोड़ नौकरियों का बड़ा दांव खेला है, तो वहीं विपक्षी महागठबंधन पहले ही हर परिवार को एक सरकारी नौकरी का वादा कर चुका है। आइए देखते हैं, दोनों गठबंधनों के पिटारे में जनता के लिए क्या खास है।

नौकरियों पर सबसे बड़ा मुकाबला एनडीए ने अपने घोषणापत्र में एक करोड़ सरकारी नौकरियां देने का वादा किया है। यह नौकरियां स्किल सेंसस (कौशल जनगणना) के बाद दी जाएंगी। इसके लिए हर जिले में एक मेगा स्किल सेंटर बनाने और बिहार को ग्लोबल स्किलिंग हब बनाने का ऐलान किया गया है।
इसके जवाब में, विपक्षी महागठबंधन ने हर परिवार में एक व्यक्ति के लिए पक्की सरकारी नौकरी का वादा किया है।
महिलाओं और ‘लखपति दीदी’ पर फोकस एनडीए के मैनिफेस्टो में महिलाओं पर पूरा ध्यान है। इसमें ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत दो लाख तक की मदद और एक करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का वादा शामिल है। साथ ही ‘मिशन करोड़पति’ के तहत महिला उद्यमियों को करोड़पति बनाने की बात कही गई है।
वहीं, इंडिया गठबंधन (महागठबंधन) ने भी ‘माई बहिन मान योजना’ की बात कही है, जिसके तहत महिलाओं को पांच साल तक हर महीने 2500 रुपए दिए जाएंगे।
EBC और दलितों को साधने की कोशिश बिहार की 36% ईबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) आबादी को लुभाने के लिए एनडीए ने ईबीसी बिजनेस ग्रुप्स को 10 लाख की मदद और उनकी स्थिति के अध्ययन के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का वादा किया है।
महागठबंधन ने ईबीसी के लिए पंचायतों और शहरी निकायों में आरक्षण 20% से बढ़ाकर 30% करने और ‘मोस्ट बैकवर्ड क्लास एट्रोसिटी प्रिवेंशन एक्ट’ लाने का वादा किया है। दलितों के लिए, एनडीए ने उच्च शिक्षा में सभी दलित छात्रों को 2000 रुपए प्रतिमाह देने की बात कही है।
किसानों के लिए वादों की झड़ी एनडीए ने ‘कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि’ का ऐलान किया है, जिसमें किसानों को तीन साल तक हर साल 3000 रुपए मिलेंगे। साथ ही गेहूं, धान, दाल और भुट्टे को पंचायत स्तर पर MSP पर खरीदने का वादा है।
महागठबंधन ने भी सभी फसलों को MSP पर खरीदने और बंद हो चुके मंडी सिस्टम (APMC ऐक्ट) को फिर से वापस लाने का बड़ा वादा किया है। इसके अलावा मनरेगा मजदूरी 255 से 300 करने और काम के दिन 100 से 200 करने का भी दावा है।
फ्री बिजली और सामाजिक सुरक्षा एनडीए ने 125 यूनिट फ्री बिजली, पांच लाख तक का मुफ्त इलाज, 50 लाख नए घर और सामाजिक सुरक्षा पेंशन की बात कही है।
ऐसे ही वादे महागठबंधन के घोषणापत्र में भी हैं। इसमें हर घर को 200 यूनिट तक फ्री बिजली, विधवा और वरिष्ठ नागरिकों को 1500 रुपए की मासिक पेंशन और 25 लाख परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा देने की बात कही गई है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर एनडीए ने सभी गरीबों के बच्चों को केजी से पीजी तक मुफ्त पढ़ाई, हर जिले में विश्व स्तरीय मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज बनाने और बिहार को ‘AI हब’ में बदलने का वादा किया है।
वहीं, महागठबंधन ने 2000 एकड़ में फैली एजुकेशन सिटी बनाने की बात कही है। इंफ्रास्ट्रक्चर में एनडीए ने सात एक्सप्रेसवे और 3600 किमी रेलवे ट्रैक के आधुनिकीकरण का वादा किया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ने प्रदेश में पांच नए एक्सप्रेसवे की बात कही है।
धार्मिक पर्यटन पर भी नजर एनडीए ने एक नई ‘स्पिरिचुअल सिटी’ (आध्यात्मिक शहर) बनाने का ऐलान किया है, जिसका नाम ‘सीतापुरम’ होगा। यह मिथिला क्षेत्र में, माता सीता के जन्म स्थान के पास बनेगा। इसके अलावा रामायण, जैन, बुद्धिस्ट और गंगा सर्किट के विकास की बात भी कही गई है।

मुख्य बातें (Key Points):
- NDA ने 1 करोड़ सरकारी नौकरियों का वादा किया, जबकि महागठबंधन ने हर परिवार को 1 सरकारी नौकरी देने की बात कही।
- महिलाओं के लिए NDA ने ‘लखपति दीदी’ और 2 लाख की मदद, वहीं महागठबंधन ने ‘माई बहिन मान योजना’ (₹2500/माह) का ऐलान किया।
- किसानों के लिए NDA ‘कर्पूरी ठाकुर सम्मान निधि’ (₹3000/साल) लाया, तो महागठबंधन ने APMC एक्ट वापस लाने और सभी फसलों पर MSP का वादा किया।
- NDA 125 यूनिट फ्री बिजली देगा, जबकि महागठबंधन 200 यूनिट फ्री बिजली का वादा कर रहा है।
- NDA मिथिला में ‘सीतापुरम’ नाम की एक नई स्पिरिचुअल सिटी का निर्माण करेगा।






