Apple Layoffs एक बार फिर टेक जगत से एक बड़ी और परेशान करने वाली खबर सामने आई है। दुनिया की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित टेक कंपनी एप्पल (Apple) ने अपनी सेल्स टीम में बड़ी कटौती करने का फैसला लिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में हुए अमेरिकी शटडाउन के कारण देश के लोग पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, जिससे हजारों कर्मचारियों की मुसीबत बढ़ने वाली है।
रॉयटर्स (Reuters) न्यूज़ एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक, एप्पल ने अपनी सेल्स टीम को छोटा करने का मन बना लिया है। ऐसे में कंपनी अपने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है। यह छंटनी बड़े पैमाने पर देखने को मिल सकती है, जिसने टेक सेक्टर में एक बार फिर डर का माहौल पैदा कर दिया है।
कौन होगा सबसे ज्यादा प्रभावित
ब्लूमबर्ग न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल के अकाउंट मैनेजर्स इस फैसले से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। ये वो कर्मचारी हैं जो अलग-अलग बिजनेस स्कूलों और सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते थे।
खासकर सरकारी सेल्स टीम में कार्यरत लोगों को सबसे अधिक संख्या में नौकरी से निकाला जा सकता है। इनमें अमेरिकी रक्षा विभाग (US Defense Department) और न्याय विभाग (Justice Department) के साथ डील करने वाली टीमें भी शामिल हैं।
यह खबर आम कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि एक अच्छी और सुरक्षित नौकरी गंवाने का सीधा असर उनके और उनके परिवार के जीवन पर पड़ेगा।
सेल्स टीम क्यों हुई छोटी
इस बड़े फैसले के पीछे अमेरिका में हुआ 43 दिन का शटडाउन एक मुख्य वजह माना जा रहा है। शटडाउन के कारण कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इसी नुकसान की भरपाई और कॉस्ट कटिंग के लिए एप्पल ने सेल्स टीम को कम करने का फैसला लिया है।
हालांकि, कंपनी के प्रवक्ता ने यह साफ किया है कि अन्य टीमों में हायरिंग (भर्ती) अभी भी जारी रहेगी। सेल्स टीम से निकाले गए कर्मचारी चाहें तो वे कंपनी के अंदर अन्य पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह कदम उन्हें कंपनी में बने रहने का एक मौका देगा।
एप्पल क्यों नहीं करता बड़ी छंटनी
बाकी टेक कंपनियों के विपरीत, एप्पल हमेशा से बड़े पैमाने पर छंटनी करने से बचता आया है। सीईओ टिम कुक ने भी एक बार कहा था कि कर्मचारियों की छंटनी कंपनी का ‘आखिरी विकल्प’ होती है।
इससे पहले, अप्रैल 2024 में एप्पल ने आखिरी बार जो कटौती की थी, वह भी रणनीतिक (Strategic) थी। उस समय ‘एप्पल कार प्रोजेक्ट’ को छोटा करने की वजह से सैकड़ों लोग प्रभावित हुए थे, लेकिन वह मंदी या अनिश्चितता की वजह से की गई छंटनी नहीं थी। अब यह नया फैसला पूरे टेक सेक्टर में दिख रहे मंदी के असर को दर्शाता है।
क्या है पृष्ठभूमि
साल 2024 से 2025 के दौरान पूरे टेक सेक्टर में बड़े स्तर पर छंटनी देखने को मिली है। इस दौरान मेटा ने 21,000 से ज्यादा, गूगल ने 12,000, अमेजन ने 27,000 और माइक्रोसॉफ्ट ने 10,000 लोगों को नौकरी से बाहर कर दिया था। इसके अलावा, टीसीएस ने भी 12,000 लोगों को नौकरी से निकाला था। इन सब के बीच, आईफोन बनाने वाली एप्पल ही थी जिसने अपने कर्मचारियों की नौकरी को सुरक्षित रखा था। अब 43 दिन के अमेरिकी शटडाउन के बाद, एप्पल भी वैश्विक मंदी के असर से अछूता नहीं रह पाया है, और उसने कटौती का यह मुश्किल फैसला लिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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एप्पल ने अपनी सेल्स टीम में कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला किया है, जिसके कारण बड़ी संख्या में छंटनी की आशंका है।
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यह फैसला हाल ही में अमेरिका में 43 दिन के शटडाउन के बाद कंपनी को हुए नुकसान के चलते लिया गया है।
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सरकारी एजेंसियों, जैसे अमेरिकी रक्षा और न्याय विभाग, के साथ काम करने वाले अकाउंट मैनेजर्स पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
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कंपनी ने स्पष्ट किया है कि अन्य टीमों में भर्ती जारी रहेगी और प्रभावित कर्मचारी अन्य पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।






