नई दिल्ली, 07 जनवरी (The News Air) क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के मार्केट में पिछले कुछ वर्षों में भारी उछाल देखने को मिला है, और Bitcoin (बिटकॉइन) की कीमत में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है। अब, Standard Chartered (स्टैंडर्ड चार्टर्ड) जैसे बड़े इंटरनेशनल बैंक ने भविष्यवाणी की है कि इस साल बिटकॉइन का प्राइस दोगुना होकर दो लाख डॉलर (200,000 USD) तक पहुंच सकता है।
Bitcoin का प्राइस क्यों बढ़ेगा?: स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने बताया है कि बिटकॉइन की कीमत में तेजी इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (Institutional Investors) द्वारा की जा रही खरीदारी के कारण आएगी। इस बैंकर की रिपोर्ट के अनुसार, बिटकॉइन को Gold (गोल्ड) के जैसे Inflation Hedge (इन्फ्लेशन हेज) के रूप में देखा जा रहा है, जिससे निवेशक इस क्रिप्टोकरेंसी में अधिक निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा, Spot Bitcoin ETFs (स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में भी बड़ी मात्रा में फंड का निवेश किया गया है।
Bitcoin का हालिया हाई प्राइस : पिछले कुछ समय में बिटकॉइन ने 1,08,800 डॉलर से अधिक का नया हाई (New High) बनाया है, जो इसके लिए एक ऐतिहासिक स्तर है। Standard Chartered ने यह भी पूर्वानुमान जताया है कि बिटकॉइन का प्राइस अगले कुछ महीनों में दोगुना हो सकता है, और यह दो लाख डॉलर तक पहुंच सकता है।
MicroStrategy की बिटकॉइन खरीदारी : MicroStrategy (माइक्रोस्ट्रैटेजी) कंपनी, जो बिटकॉइन की सबसे बड़ी होल्डिंग वाली कंपनी है, ने दिसंबर 2024 के अंत में लगातार आठवें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी की थी। इस कंपनी के पास लगभग 4,46,000 बिटकॉइन (446,000 Bitcoins) हैं। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने यह भी खुलासा किया है कि इस वर्ष वह अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीद सकती है। पिछले वर्ष बिटकॉइन का प्राइस 130 प्रतिशत (130%) से अधिक बढ़ा था।
Donald Trump का बिटकॉइन को लेकर बयान : अमेरिका के President (प्रेसिडेंट) के चुनाव प्रचार के दौरान, Donald Trump (डोनाल्ड ट्रंप) ने बिटकॉइन को रिजर्व (Reserve) बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, Federal Reserve (फेडरल रिजर्व) का कहना है कि बिटकॉइन में बड़े पैमाने पर निवेश करने की कोई योजना नहीं है।
रूस का बिटकॉइन का इस्तेमाल : रूस ने हाल ही में अपने कानूनों में बदलाव किया है, जिससे पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए Cryptocurrencies (क्रिप्टोकरेंसीज) का इस्तेमाल बढ़ रहा है। रूस के President Vladimir Putin (व्लादिमीर पुतिन) ने कहा था कि अमेरिका की सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है, और इस कारण कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसीज की ओर रुख किया है।