नई दिल्ली (New Delhi) 21 जनवरी (The News Air): दिल्ली की राजनीति में उस समय हलचल मच गई, जब आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व विधायक श्रीदत्त शर्मा (Shridatt Sharma) और संजय सिंह (Sanjay Singh) के प्रतिनिधि विजेंद्र चौधरी (Vijendra Chaudhary) सहित कई वरिष्ठ नेता भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। यह कदम दिल्ली नगर निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बीजेपी में शामिल हुए नेता: इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जिसे मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) और हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने संबोधित किया, कई नेताओं ने BJP का हाथ थामा। इनमें शामिल हैं:
- श्रीदत्त शर्मा (Shridatt Sharma) – AAP के पूर्व विधायक।
- रेखा रानी (Rekha Rani) – दो बार की काउंसलर।
- विजेंद्र चौधरी (Vijendra Chaudhary) – संजय सिंह के प्रतिनिधि।
- शिल्पा कौर (Shilpa Kaur) – पूर्व काउंसलर।
दिल्ली की राजनीति में बदलते समीकरण : BJP नेता मनोज तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा: “AAP सरकार ने दिल्ली के विकास कार्यों को रोक दिया है। एमसीडी का बजट बर्बाद किया गया, और स्थायी समिति का गठन तक नहीं हुआ। BJP में शामिल होने वाले नए सदस्यों का मैं स्वागत करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि “AAP के नेता समझ गए हैं कि पार्टी केवल प्रचार तक सीमित है।”
BJP के लिए रणनीतिक बढ़त : हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पिछले 10 वर्षों में अपने कामों पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम BJP को दिल्ली में चुनावी बढ़त दिलाने में मदद करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि AAP से नेताओं का BJP में जाना न केवल पार्टी की आंतरिक असंतोष को दर्शाता है, बल्कि BJP की रणनीतिक मजबूती को भी दिखाता है।
जनता की प्रतिक्रिया : दिल्ली की जनता इस घटनाक्रम पर मिश्रित प्रतिक्रिया दे रही है। कुछ इसे AAP की कमजोरी मानते हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक अवसरवादिता कह रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का विश्लेषण : विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम BJP के मिशन 2024 का हिस्सा है। आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए यह BJP की रणनीति को मजबूत करेगा।
दिल्ली चुनाव पर असर : विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम भाजपा को आप के वोट बैंक में सेंध लगाने का मौका देगा। दूसरी ओर, AAP के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि पार्टी की पकड़ कमजोर होती दिख रही है।
AAP से BJP में नेताओं का शामिल होना दिल्ली की राजनीति में बड़ा मोड़ है। यह घटनाक्रम न केवल AAP के लिए चुनौती है बल्कि BJP के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जीत भी है। आगामी चुनावों में यह परिवर्तन क्या असर डालेगा, यह देखने वाली बात होगी।
“क्या AAP से नेताओं का BJP में शामिल होना केजरीवाल सरकार के पतन की शुरुआत है?”