बिहार की राजधानी पटना के बाढ़ इलाका स्थित उमानाथ घाट पर गंगा दशहरा के दिन स्नान करने गए श्रद्धालुओं की नाव गंगा नदी में पलट गई. नाव में 17 लोग सवार थे, इनमें 11 लोग तैरकर बाहर आ गए. 6 लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं. मौके पर पुलिस प्रशासन और गोताखोर मौजूद हैं. डूबे हुए लोगों की तलाश की जा रही है. घटना के बाद घाट पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
रविवार को गंगा दशहरा को लेकर उमानाथ घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई थी. लोग बड़ी संख्या में स्नान करने के लिए घाट पर जमा थे. गंगा नदी के दोनों ओर भारी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा थे. लोग नदी किनारे जाने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे थे. तभी एक ओर से दूसरी ओर श्रद्धालुओं को लेकर जा रही नाव नीच नदी में आकर पलट गई. हादसा होते ही घाट पर अफरा-तफरी मच गई. लोगों में चीख-पुकार मचने लगी. हादसाग्रस्त नाव पर सवार कुछ लोग तैरना जानते थे, वह तैर कर नदी किनारे आ गए.
डूबे हुए लोगों को तलाशने में लगी एसडीआरएफ की टीम
उमानाथ घाट पर नाव पलटने की खबर से सनसनी फैल गई. जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम पहुंच गई. शुरुआत में स्थानीय गोताखोर डूबे हुए लोगों की तलाश में जुटे हुए थे, बाद में एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. डूब हुए लोगों को रेस्क्यू करने के लिए टीमें नदी में लगी हुई हैं. घटना की जानकारी नदी में डूबे परिजनों को मिली. खबर मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घाट पर बड़ी संख्या में लोग जमा हैं.