The News Air- पंजाब से राज्यसभा के सांसद बने क्रिकेटर हरभजन सिंह भज्जी ने आलोचकों को जवाब दिया है। उन्होंने लिखा – जिन्होंने आपका संघर्ष देखा है वही आपके संघर्ष की क़ीमत जानते हैं। नहीं तो औरों के लिए आप सिर्फ़ किस्मत वाले हैं। भज्जी की यह बात इसलिए अहम है क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें पंजाब से राज्यसभा सांसद बनाया है।
जिसको लेकर विरोधी निशाने साध रहे हैं। भज्जी के पंजाब के लिए किए काम का हिसाब मांगा जा रहा है। वहीं जीत का सर्टिफिकेट लेने न आने की वजह से भी वह विरोधियों के निशाने पर थे। भज्जी इस वक़्त IPL में कमेंट्री कर रहे हैं। वहीं चंडीगढ़ में सेंट्रल सिविल सर्विस रूल्स को लेकर भी उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
BJP और कांग्रेस से बात चली लेकिन AAP में गए भज्जी
हरभजन जालंधर के रहने वाले हैं। वह पंजाब में क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं। क्रिकेट से सन्यास के बाद उन्होंने मॉडलिंग और एक्टिंग की। फिर उन्होंने राजनीतिक पारी की तैयारी शुरू कर दी। वह काफ़ी देर तक भाजपा के संपर्क में रहे। इसके बाद कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने भी उन्हें पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया। हालांकि इन सबको गच्चा देते हुए भज्जी ने राजनीतिक करियर की सेफ़ शुरूआत चुनी। वह आप से राज्यसभा के सदस्य बन गए।
भज्जी ने सेवा के लिए तैयार रहने की बात की तो विरोधी बोले- IPL से फुर्सत मिल गई
राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद भज्जी ने लिखा कि नई भूमिका में वह अपने राज्य और देश की सेवा के लिए तैयार हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के CM भगवंत मान और आप के पंजाब सहप्रभारी रहे राघव चड्ढा का धन्यवाद किया। उनके इस ट्वीट पर पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियेवाल ने निशाना साध लिया। उन्होंने पूछा कि उन्हें IPL से फुर्सत मिल गई।
भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेल चुके हैं भज्जी
हरभजन सिंह ने टीम इंडिया के लिए 103 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम 417 विकेट दर्ज़ है। वनडे में उन्होंने 236 मैचों में 269 विकेट लिए हैं। टी-20 में भज्जी ने भारत के लिए 28 मुक़ाबले खेले हैं। इनमें उन्होंने 25 विकेट झटके हैं। हरभजन ने अपना पहला टेस्ट 1998 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेला था। आखिरी टेस्ट 2015 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेला था। वहीं भज्जी ने अपना पहला वनडे मैच न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 1998 में खेला था। उनका आखिरी वनडे मुक़ाबला 2015 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ था।