Gold Rate Today में भारी उछाल देखने को मिला है। बजट 2025 (Budget 2025) पेश होने से पहले 30 जनवरी को दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) में 24 कैरेट गोल्ड (24 Carat Gold) की कीमत ₹83,000 प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गई।
- 22 कैरेट गोल्ड (22 Carat Gold) भी ₹76,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया।
- 29 जनवरी को भारी खरीदारी के चलते 24 कैरेट सोना ₹83,750 प्रति 10 ग्राम के नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था।
- 22 कैरेट सोने का भाव ₹83,350 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया।
Gold Futures ने भी बनाया नया रिकॉर्ड!
Multi Commodity Exchange (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट (Gold Futures Contract) भी ₹81,088 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए हैं।
👉 क्या यह कीमतें और बढ़ेंगी? निवेशकों को क्या करना चाहिए? जानिए एक्सपर्ट्स की राय!
क्यों चढ़ रहा है Gold Price?
1. Global Geopolitical Tensions (वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव)
अमेरिका (USA) में Donald Trump द्वारा लगाए जा सकने वाले नए टैरिफ (Tariff) और अन्य नीतिगत बदलावों से निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ी है।
- White House ने Mexico और Canada पर टैरिफ लगाने की योजना दोहराई है, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है।
- China पर संभावित टैरिफ को लेकर भी स्थिति साफ नहीं है।
- निवेशक Gold को Safe Haven Asset मानते हैं और अस्थिरता के समय इसमें निवेश बढ़ा देते हैं।
2. Inflation & Interest Rate (महंगाई और ब्याज दरें)
- US Federal Reserve ने जनवरी 2025 की मीटिंग में बेंचमार्क ब्याज दरें 4.25-4.5% पर स्थिर रखी हैं।
- ब्याज दरें स्थिर रहने से सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि बॉन्ड यील्ड (Bond Yield) घटती है और गोल्ड की अपील बढ़ जाती है।
3. बढ़ती हाजिर मांग (High Spot Demand)
- भारत (India) और चीन (China) में शादियों और त्योहारों के कारण फिजिकल गोल्ड (Physical Gold) की मांग बढ़ी है।
- मजबूत हाजिर मांग (Spot Demand) के कारण MCX और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गोल्ड फ्यूचर की कीमतें बढ़ गई हैं।
क्या Gold Price और बढ़ेगा? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) का अगला कदम महत्वपूर्ण
- Fed Chair Jerome Powell ने संकेत दिया है कि जब तक महंगाई और नौकरियों के आंकड़ों में स्पष्ट रुझान नहीं आता, तब तक ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी।
- यदि ब्याज दरों में कटौती होती है, तो गोल्ड की कीमतों में और उछाल देखने को मिलेगा।
सोने का वैश्विक आउटलुक
- ANZ बैंक की कमोडिटी एक्सपर्ट (Commodity Strategist) सोनी कुमारी (Soni Kumari) का कहना है कि
“अगर निवेशकों की मांग बढ़ी, तो सोने की कीमतें $2,900 – $3,000 प्रति औंस (per ounce) तक पहुंच सकती हैं।”
- Gold Prices की दिशा काफी हद तक महंगाई के आंकड़ों, वैश्विक नीतिगत फैसलों और टैरिफ चिंताओं पर निर्भर करेगी।
भारत में गोल्ड प्राइस पर क्या असर पड़ेगा?
- भारतीय बाजार में गोल्ड की कीमतें
Global Gold Prices और Indian Rupee के एक्सचेंज रेट पर निर्भर करती हैं।
यदि डॉलर मजबूत हुआ, तो गोल्ड की कीमतों में गिरावट आ सकती है।
यदि भारतीय रुपये में कमजोरी आती है, तो गोल्ड महंगा हो सकता है।
क्या अभी Gold खरीदना सही रहेगा?
गोल्ड में निवेश के फायदे:
✅ महंगाई से सुरक्षा (Hedge Against Inflation)
✅ अनिश्चितता के समय सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset)
✅ लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न
गोल्ड में निवेश के जोखिम:
❌ अचानक कीमतों में गिरावट का खतरा
❌ ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सोने की कीमत पर दबाव आ सकता है
Investment Strategy:
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए ₹83,500 के स्तर पर प्रॉफिट बुकिंग की सलाह दी जा रही है।
लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए हर गिरावट पर खरीदारी करना फायदेमंद हो सकता है।
- फिजिकल गोल्ड की बजाय Gold ETF और Sovereign Gold Bonds (SGB) में निवेश करना ज्यादा सुरक्षित हो सकता है।
क्या Gold अब भी निवेश के लिए सही है?
Gold Prices ₹83,000 के पार पहुंच चुकी हैं, लेकिन आगे का रुझान अनिश्चित है।
- क्या आपको अभी सोना खरीदना चाहिए? या कीमतों में गिरावट का इंतजार करना चाहिए?
👉 आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!