Bangladesh Election Violence News: बांग्लादेश में आगामी संसदीय चुनावों से पहले सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। लोकतंत्र के इस महापर्व की तारीखों का ऐलान होते ही देश में हिंसा और खूनखराबे का दौर शुरू हो चुका है। राजधानी ढाका की सड़कों पर दिनदहाड़े एक प्रमुख राजनीतिक चेहरे को निशाना बनाकर गोलियों से भून दिया गया, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
यह हमला 12 दिसंबर को हुआ, जब ढाका-8 संसदीय क्षेत्र से संभावित निर्दलीय उम्मीदवार और ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता उस्मान हादी (Usman Hadi) अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे। इस घटना ने देश की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।
‘रिक्शे पर सवार और मौत से सामना’
घटना के वक्त उस्मान हादी एक रिक्शे पर सवार थे। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि तभी पीछे से एक मोटरसाइकिल आई, जिस पर दो लोग हेलमेट पहनकर सवार थे। हमलावरों ने रिक्शे के दाहिनी ओर अपनी बाइक रोकी और पीछे बैठे शख्स ने बिल्कुल करीब से उस्मान हादी के सिर पर गोली दाग दी।
यह पूरी वारदात पलक झपकते ही, महज कुछ सेकंड में अंजाम दी गई। गोली लगते ही हादी रिक्शे से गिर पड़े, जिससे उनके पैरों और सीने में भी गंभीर चोटें आईं। हमलावर मौके का फायदा उठाकर तुरंत फरार हो गए।
‘सिर में फंसी गोली, लाइफ सपोर्ट पर हादी’
हमले के बाद उस्मान हादी को खून से लथपथ हालत में ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गोली उनके सिर के एक तरफ से घुसकर दूसरी तरफ निकल गई, लेकिन उसके कुछ छोटे टुकड़े दिमाग में ही फंस गए हैं।
सर्जरी के दौरान उन्हें दो बार कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) आया और अत्यधिक खून बह गया। फिलहाल उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है और उन्हें ‘एवर केयर अस्पताल’ में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
‘विवादित नक्शा और विदेशी धमकियां’
इस जानलेवा हमले के तार सोशल मीडिया पर किए गए एक विवादित पोस्ट से भी जोड़े जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले से कुछ घंटे पहले ही उस्मान हादी ने ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का एक नक्शा शेयर किया था, जिसमें भारत के कुछ इलाकों को भी शामिल दिखाया गया था।
इस पोस्ट के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर आशंकाएं बढ़ गई थीं। हैरान करने वाली बात यह है कि नवंबर 2025 में भी उन्हें फेसबुक के जरिए 30 विदेशी नंबरों से जान से मारने की धमकियां मिली थीं, लेकिन इसके बावजूद उनकी सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई थी।
‘आवामी लीग के खिलाफ मुखर आवाज’
जिस ‘इंकलाब मंच’ के उस्मान हादी प्रवक्ता हैं, वह अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के बाद एक ताकतवर संगठन बनकर उभरा है। इसी संगठन ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित करने और उसे खत्म करने की मांग की थी।
माना जाता है कि अवामी लीग को चुनाव के लिए अयोग्य ठहराने में इस मंच की बड़ी भूमिका रही है। अब जब 12 जनवरी 2026 को चुनाव होने हैं, उससे ठीक पहले इस हमले ने राजनीतिक साजिशों की ओर इशारा कर दिया है।
जानें पूरा मामला (Background)
बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार चल रही है। चुनाव आयोग ने हाल ही में 13वें संसदीय चुनाव (12 जनवरी 2026) की तारीखों की घोषणा की है। चुनाव से ठीक पहले, शेख हसीना विरोधी आंदोलन के प्रमुख चेहरे उस्मान हादी पर हुआ यह हमला, देश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और बढ़ती राजनीतिक रंजिश का संकेत है।
मुख्य बातें (Key Points)
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ढाका-8 से संभावित उम्मीदवार उस्मान हादी पर बाइक सवारों ने की फायरिंग।
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सिर में गोली लगने से हालत नाजुक, लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं हादी।
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हमले से पहले ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का विवादित नक्शा शेयर किया था।
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चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के ऐलान (11 दिसंबर) के अगले ही दिन हुई हिंसा।
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इंकलाब मंच ने अवामी लीग को बैन करने में निभाई थी अहम भूमिका।






