चंडीगढ़, 14 दिसंबर (राज) आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मीडिया प्रभारी बलतेज पन्नू ने कांग्रेसी नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को ‘जुबान का पक्का’ बताया है। बलतेज पन्नू ने रंधावा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह बयान बेहद अजीबोगरीब है। उन्होंने रंधावा से सवाल करते हुए पूछा कि वे किस आधार पर कैप्टन को जुबान का पक्का कह रहे हैं, जबकि पंजाब का बच्चा-बच्चा उनकी वादाखिलाफी से वाकिफ है।
बलतेज पन्नू ने सुखजिंदर रंधावा को घेरते हुए कहा कि क्या रंधावा साहब 2017 के चुनाव भूल गए हैं? सरकार बनने से पहले कैप्टन ने हाथ में गुटका साहिब पकड़कर शपथ ली थी कि वे नशा खत्म करेंगे। इसके अलावा ‘घर-घर नौकरी’ पक्की करने और किसानों का सारा कर्ज माफ करने के बड़े वादे किए गए थे। पन्नू ने कहा कि ये सारे वादे हवा हो गए, फिर रंधावा साहब किस मुंह से कह रहे हैं कि कैप्टन जुबान के पक्के हैं?
‘आप’ नेता ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के राजनीतिक सफर और पार्टियां बदलने के इतिहास पर भी रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि 1984 में कैप्टन कांग्रेस में थे, लेकिन बाद में अकाली दल बादल में शामिल हो गए। जब अकाली दल से टिकट नहीं मिली तो वे वापस कांग्रेस में आ गए। पन्नू ने याद दिलाया कि 2012 में जब कैप्टन को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जा रहा था, तो उन्होंने एक नई पार्टी रजिस्टर करवा ली थी। जब कांग्रेस ने उनकी मांग मान ली, तो वे वापस लौट आए। क्या ऐसे इतिहास वाला व्यक्ति जुबान का पक्का हो सकता है?
बलतेज पन्नू ने सुखजिंदर रंधावा को उनके पुराने रुख की याद दिलाते हुए कहा कि 2021 में रंधावा की अगुवाई वाली माझा ब्रिगेड ने ही कहा था कि कैप्टन जुबान के कच्चे हैं और उन्हें पद से हटा दिया था। उसके बाद कैप्टन ने अपनी अलग पार्टी ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ बनाई और फिर भाजपा में शामिल हो गए। पन्नू ने तंज कसते हुए कहा कि अब अचानक रंधावा को कैप्टन में कौन सी खूबी नजर आ गई?
बलतेज पन्नू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अब सुखबीर सिंह बादल को भी जुबान का पक्का कह रहे हैं, जो कि हैरानी की बात है। पन्नू ने कहा कि पंजाब के लोग इनकी चालों को समझते हैं और ऐसी मौकापरस्त राजनीति को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।






