क्या सांसों की बदबू के कारण आपको लोगों के पास जाकर बात करने में हिचकिचाहट महसूस होती है, या इस वजह से आपका कॉन्फिडेंस कम हो रहा है? बैड ब्रेथ यानी की सांसों की बदबू एक सामान्य समस्या है, जिसे हेलिटोसिस (Halitosis) के नाम से जाना जाता है। जब बैक्टीरिया दांत, जीभ, मसूड़ों के आसपास लंबे समय तक जमे रहते हैं, तो आपको सांसों की बदबू का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि आपके गट में मौजूद अनहेल्दी बैक्टीरिया भी सांसों की बदबू के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। हालांकि, इससे निजात पाने के लिए आपको अधिक चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, ओरल हाइजीन मेंटेन करने के साथ-साथ कुछ प्रभावी घरेलू टिप्स की मदद से भी आप इसे कंट्रोल कर सकती हैं।
भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने सांस एवं मुंह की बदबू से छुटकारा पाने के लिए कुछ प्रभावित टिप्स दिए हैं (how to cure bad breath fast), तो चलिए जानते हैं आखिर बैड ब्रेथ को कैसे बीट करना है।
यहां हैं कुछ खास टिप्स
1. एप्पल साइडर विनेगर से करें माउथवॉश
आमतौर पर बैक्टीरिया एसिडिक एनवायरमेंट में ग्रो नहीं करते। विनेगर में प्राकृतिक एसिड मौजूद होता है जिसे एसिटिक एसिड कहते हैं। जब आप विनेगर से कुल्ला करेंगी तो आपके मुंह का वातावरण एसिडिक हो जाएगा और बैक्टीरिया इस स्थिति में किसी भी प्रकार की एक्टिविटी नहीं कर पाएंगे।
एक गिलास पानी में दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डाले और इसे लगभग 30 सेकंड तक मुंह में सभी ओर घुमाते हुए कुल्ला करें, उसके बाद बाहर निकाल दें। ध्यान रहे कि यह एसिडिक होता है, इसलिए इसे इस्तेमाल करने के बाद ब्रश करना न भूलें।
2. ऑयल पुलिंग
ऑयल पुलिंग ओरल हेल्थ को बनाए रखने का एक प्राकृतिक और प्राचीन तरीका है। यह ओरल हेल्थ को बनाए रखना है और सांसों की बदबू को भी कम करता है। जब कोकोनट ऑयल मुंह में चारों ओर घूमती है तो सभी बैक्टीरिया इसके साथ बाहर निकल आते हैं। साथ ही इसमें फेवरेबल फैटी एसिड पाया जाता है, जो एंटीमाइक्रोबॉयल गुणों से भरपूर होता है।
लगभग चार चम्मच कोकोनट ऑयल को मुंह में ले लें और इसे 10 मिनट तक मुंह मे चारों और घुमाते हुए कुल्ला करें। फिर दोबारा से गर्म पानी से कुल्ला कर लें। उचित परिणाम के लिए हफ्ते में एक से दो बार इसे जरूर अपनाएं।
3. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
सलाइवा मुंह के अंदर के वातावरण को साफ रखता है, परंतु इसके बिना बैक्टीरिया तेजी से अट्रेक्ट होते हैं। सलाइवा एक बेस्ट एंटीसेप्टिक है इसमें स्टार्च डाइजेस्टिव मौजूद होते हैं जो दांतों में मौजूद स्टार्च डिपॉजिट को डाइजेस्ट करते हैं। यदि इन्हें इसी प्रकार छोड़ दिया जाए तो यह फर्मेंट होकर सांसों की बदबू का कारण बनते हैं। पूरे दिन खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पियें।
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4. योगर्ट खाएं
दही में लैक्टोबैसिलस नामक स्वस्थ बैक्टीरिया होता है। ये स्वस्थ बैक्टीरिया आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों, जैसे आपकी आतों में मौजूद खराब बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं। दही सांसों की बदबू को कम करने में मदद कर सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में सांसों की बदबू से परेशान व्यक्तियों को 6 हफ्ते तक दही खाने को कहा गया, उनमें से 80 प्रतिशत प्रतिभागियों की सांसों की बदबू में सुधार देखने को मिला। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स सांसों की दुर्गंध की गंभीरता को कम करने में प्रभावी हैं।
उचित परिणाम के लिए प्रति दिन कम से कम एक बार सादा, बिना वसा वाला दही जरूर खाएं।
5. अनानास का रस
बहुत से लोग मानते हैं कि अनानास का रस सांसों की दुर्गंध का सबसे तेज़ और प्रभावी इलाज है। हालांकि, इस सिद्धांत का समर्थन करने के लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, वास्तविक रिपोर्टें बताती हैं कि यह काम करता है।
भोजन के बाद एक गिलास अनानास का रस पियें, या अनानास का एक टुकड़ा एक से दो मिनट तक चबायें। यह एसिडिक प्रवृत्ति के होते हैं और बैक्टीरियल ग्रोथ को नियंत्रित रखते हैं। परंतु इसे खाने के बाद अच्छी तरह से कुल्ला करना या ब्रश करना न भूले, क्योंकि इसमें मौजूद एसिड दांतों को प्रभावित कर सकते हैं।